वलसाड सीट पर पहले चरण में 9 दिसंबर को चुनाव होना है। भाजपा ने इस सीट पर जहां वर्तमान विधायक भरत भाई पटेल को उतारा है तो कांग्रेस ने नरेंद्र टंडेल को उम्मीदवार बनाया है। इसमें कोई संदेह नहीं कि कांग्रेस राज्य के साथ ही इस सीट पर भी जीत के लिए पूरी ताकत लगा रही, लेकिन भरत पटेल को काफी मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है। पिछले चुनाव में पटेल ने कांग्रेस के धर्मेश पटेल को 36 हजार वोटों के बड़े अंतर से हराया था।
वलसाड के विधानसभा के पिछले 42 साल के इतिहास पर नजर डालें तो आंकड़े इसी ओर संकेत देते हैं, यहां से जो भी प्रत्याशी जीता, राज्य में सरकार उसकी ही पार्टी की बनी। 1975 में यहां से एनसीओ (कांग्रेस) के केशवभाई रत्नाजी पटेल ने चुनाव जीता था, तब राज्य में एनसीओ और बीजेएस की गठबंधन सरकार बनी थी। 1980 और 85 में यहां से कांग्रेस प्रत्याशी क्रमश: दौलत देसाई और बरजोरजी पारडीवाला चुनाव जीते थे और दोनों ही बार कांग्रेस की सरकार बनी।
वर्ष 2012 यानी पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने भरत भाई पटेल को उम्मीदवार बनाया और वे यहां से चुनाव जीते और सरकार भी भाजपा की बनी। इस बार भी भाजपा ने भरत पटेल पर ही दांव लगाया है। यह सिलसिला इसी तरह चलता रहेगा या फिर 42 साल पुराना इतिहास बदल जाएगा, यह 18 दिसंबर को पता लग ही जाएगा।