गुजरात में शुक्रवार को एक रैली के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से शहीद बीएसएफ जवान की बेटी को मिलने से महिला पुलिसकर्मियों ने रोक दिया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वाइरल कर दिया और इस पर बवाल मच गया। विजय रुपाणी ने भी पलटवार करते हुए राहुल गांधी को वन रैंक वन पेंशन पर घेरने का प्रयास किया।
रूपाणी ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि उन्होंने सैनिकों के लिए 'वन रैंक, वन पेंशन' वर्षों तक लागू न करके कांग्रेस ने सैनिकों का जो अपमान किया है, क्या कांग्रेस उसका जवाब देगी?
उन्होंने कहा कि श्रीमती रेखाबेन अशोकभाई तड़वी को भाजपा सरकार की ओर से 4 एकड़ ज़मीन, 10,000 रुपए मासिक पेंशन और 36,000 रुपए वार्षिक पेंशन उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा, उन्हें सड़क के पास की 200 वर्ग मीटर आवासीय भूखंड भी दिया जा रहा है
रूपाणी ने एक रैली को संबोधित कर रहे थे। रूपल दर्शकों में बैठी थी और अचानक से चिल्लाते हुए मंच की ओर दौड़ पड़ी, ' मैं उनसे मिलना चाहती हूं...मैं उनसे मिलना चाहती हूं।' इससे पहले कि वह मुख्यमंत्री के करीब जा पाती, महिला पुलिसकर्मी उसे वहां से ले गईं। रूपाणी ने मंच से कहा कि मैं आपसे इस कार्यक्रम के बाद मिलूंगा। लेकिन कोई मुलाकात नहीं हुई।