सोलंकी (61) ने कहा कि उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में लोगों के सभी मुद्दे हल किए हैं और मतदाता उनके लिए वोट करेंगे। वहीं विपक्षी कांग्रेस ने दावा किया कि इस बार वह सत्ता विरोधी लहर से नहीं उबर पाएंगे। कोली बहुल यह सीट परिसीमन के बाद 2012 में बनी। इसे पूर्व में घोघा तथा भावनगर दक्षिण निर्वाचन क्षेत्रों से अलग करके बनाया गया।
इसके बाद से ही अपने समर्थकों के बीच भाई के नाम से पहचाने जाने वाले सोलंकी इस सीट से आसान जीत दर्ज करते रहे हैं। बहरहाल, उनकी तबीयत पिछले कुछ वक्त से ठीक नहीं चल रही है लेकिन इसके बावजूद भाजपा ने उन्हें सौराष्ट्र क्षेत्र में कोली बहुल सीटों पर पार्टी को जिताने में मदद करने के लिए स्टार प्रचारक बनाया है।
भावनगर-ग्रामीण सीट पर करीब 2.5 लाख मतदाता हैं जिनमें 70,000 कोली, 40,000 राजपूत, 22,000 पाटीदार, 18,000 दलित, 20,000 मुस्लिम और करीब 15,000 कारडिया राजपूत (अन्य पिछड़ा वर्ग) हैं। कांग्रेस ने रेवतसिंह गोहिल को टिकट दिया है जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) ने खुमनसिंह गोहिल को प्रत्याशी बनाया है।
मुश्किल चुनौती होने के बावजूद कांग्रेस ने सोलंकी से यह सीट कब्जाने की उम्मीद जताई है। उसने दावा किया कि सत्ता विरोधी लहर के कारण सोलंकी चुनाव हार जाएंगे। एक स्थानीय नेता ने कहा, वह (सोलंकी) संभवत: इकलौते ऐसे नेता हैं जिन्हें अपने लिए प्रचार की कभी आवश्यकता नहीं रहती।
वह बमुश्किल ही अपने लिए वोट मांगने लोगों के बीच जाते हैं। इसके बावजूद वह हमेशा आसानी से जीत जाते हैं। मतदाताओं के बीच उनका ऐसा दबदबा है। उन्होंने कहा, सोलंकी हालांकि अपने लिए लड़ रहे हैं लेकिन वह अन्य सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए वहां भी जा रहे हैं क्योंकि उन्हें अपनी चिंता नहीं है।
सोलंकी ने शनिवार को गुजरात के शिक्षा मंत्री जीतू वघानी के लिए प्रचार किया जो भावनगर-पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। यह पूछने पर कि इस बार वह किन प्रमुख मुद्दों पर वोट मांगेंगे, इस पर सोलंकी ने ठहाका लगाया और दावा किया कि उन्होंने भावनगर-ग्रामीण सीट के सभी मुद्दों को हल कर लिया है।
यह पूछने पर कि क्या आप उनकी संभावनाओं पर कोई असर डालेगी, इस पर कद्दावर नेता ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि उनका समुदाय किसी भी स्थिति में उनके साथ रहेगा। भावनगर जिले से कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्रसिंह गोहिल ने दावा किया कि भाजपा शासन में महंगाई आज सबसे बड़ा मुद्दा है।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)