कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि गुजरात विधानसभा चुनावा में पार्टी एक सम्मानजनक जीत की ओर बढ़ रही है और सत्ता में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिन अब गिने-चुने हैं।
केन्द्रीय संचार राज्यमंत्री एवं पार्टी प्रवक्ता शकील अहमद ने कहा कि कांग्रेस को गुजरात से लगातार जो खबरें मिल रही हैं वे यही संकेत कर रही हैं कि पार्टी वहाँ चुनाव जीतने वाली है और मोदी हार की कगार पर पहुँच चुके हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि हाल ही में गुजरात में कांग्रेस की चुनाव सभा को जिन नेता ने संबोधित किया उनमें स्वंय प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह पार्टी अध्यक्ष सोनिया गाँधी और उनके पुत्र राहुल गाँधी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि इन सभा में जो भी भीड़ जमा हुई वह अपने आप ही आई थी और इसे एक अच्छा संकेत माना जाना चाहिए। अहमद ने कहा कि गुजरात में कांग्रेस के सर्मथक और विरोधी दोनों ही यह मान रहे हैं कि आज पार्टी की हालत उस प्रदेश में पहले से बहुत बेहतर है।
कांग्रेस ने तमाम छोटी पार्टियों के साथ सीटों का तालमेल कर उन्हें अपने साथ एक मंच पर लाने की कोशिश की है। बहरहाल उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती की बसपा अकेले चुनाव में उतरी है।
विश्लेषकों का कहना है कि सौराष्ट्र और कच्छ का इलाका बहुत हद तक फैसला कर सकता है कि गुजरात में सत्ता की बागडोर किसके हाथों में होगी। यहाँ सर्वाधिक 58 सीटें हैं। यह भाजपा के बागी नेता केशुभाई पटेल का इलाका है।
पिछली बार 2002 में भाजपा ने इस इलाके से 39 सीटें बटोरी थीं। कांग्रेस के हाथ 18 सीटें लगी थीं। एक सीट एक निर्दलीय उम्मीदवार की झोली में गई थी।
दक्षिण गुजरात में 29 सीटों के लिए चुनावी जंग में भाजपा और कांग्रेस में गलाकाट होड़ जारी है। यहाँ भाजपा के एक और दिग्गज बागी काशीराम राणा भाजपा को जबरदस्त नुकसान पहुँचा सकते हैं।
दक्षिण गुजरात के इस इलाके से भाजपा ने पिछली बार 16 सीटें जीती थीं। कांग्रेस को 11 सीटें मिली थीं जबकि दो सीटों पर जनता दल (यू) ने कब्जा जमाया था। कल के चुनाव में मोदी के 10 मंत्रियों की चुनावी किस्मत दाँव पर लगी है।