गुजरात विधानसभा के लिए दूसरे दौर की 95 सीटों पर रविवार को हुए मतदान के बाद सत्ता का पलड़ा मोदी के पक्ष में झुकता दिखाई दे रहा है। हालाँकि भाजपा को 2002 के मुकाबले नुकसान उठाना पड़ सकता है। दूसरी ओर कांग्रेस की ताकत में इजाफा होने की पूरी संभावना है, लेकिन राज्य की सत्ता इस बार भी उससे दूर ही दिखाई दे रही है।
स्टार न्यूज-नीलसन सर्वे के मुताबिक दूसरे दौर की 95 सीटों में से भाजपा को 55 सीटें मिल सकती हैं, जो कि पिछली बार की तुलना में 18 कम है। दूसरी ओर कांग्रेस को 18 सीटों के फायदे के साथ 39 सीटों पर जीत मिल सकती है।
सर्वेक्षण के अनुसार भाजपा को 182 सीटों में से 103 सीटें मिल सकती हैं, जो कि स्पष्ट बहुमत के लिए काफी है। हालाँकि उसे पिछली बार की तुलना में 24 सीटों का नुकसान उठाना पड़ सकता है। वहीं इस चुनाव में कांग्रेस को फायदा तो होता दिख रहा है लेकिन बहुमत के आँकड़े से वह काफी दूर रहेगी। कांग्रेस को 76 सीटें मिलने की संभावना जताई जा रही है, जो कि पिछली बार की तुलना में 25 ज्यादा हैं।
एनडीटीवी-जीएफके मोड सर्वे के मुताबिक भाजपा को दूसरे दौर में 55 से 65 सीटें मिल सकती हैं, जबकि कांग्रेस की झोली में 70 से 95 सीटें गिर सकती हैं। अन्य को 1 से 3 सीटें मिलने की संभावना है।
इस सर्वे के अनुसार दोनों दौर के मतदान के बाद भाजपा को 90 से 110 सीटें मिलने की संभावना है। हालाँकि इस सर्वेक्षण में भी 2002 की तुलना में भाजपा को नुकसान होता दिखाई दे रहा है, लेकिन राज्य की सत्ता में भाजपा की वापसी होती दिख रही है।
कांग्रेस को 70 से 95 सीटें मिल सकती हैं, वहीं अन्य के खाते में 1 से तीन सीटें जा सकती हैं। वर्ष 2002 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा, कांग्रेस और अन्य को क्रमश: 127, 51 और 4 सीटें मिली थीं।