हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा, गुरु पूर्णिमा रविवार, 5 जुलाई 2020 को है। इसे व्यास पूजा के नाम से भी जाना जाता है। वैसे तो किसी भी तरह का ज्ञान देने वाला गुरु कहलाता है, लेकिन तंत्र-मंत्र-अध्यात्म का ज्ञान देने वाले सद्गुरु कहलाते हैं जिनकी प्राप्ति पिछले जन्मों के कर्मों से ही होती है।