हिंदू धर्म में फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या का विशेष महत्व है। इस बार यह अमावस्या शनिवार को आ रही है। शनिवार के दिन अमावस्या होने के कारण शनैश्चरी अमावस्या का योग बन रहा है और फाल्गुन माह होने के कारण फाल्गुन अमावस्या कहते हैं। इस वर्ष यह शनैश्चरी अमावस्या की तिथि 13 मार्च 2021 को पड़ रही है।
1. मान्यताओं के अनुसार, फाल्गुन अमावस्या के दिन नदियों में देवी-देवताओं का वास होता है। ऐसे में इस दिन गंगा स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
2. इस दिन प्रात: काल उठने के बाद निवृत होकर पवित्र नदी में जाकर स्नान करें। स्नान के बाद पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण व श्राद्ध भी किया जाता है। इससे जीवन में सुख और शांति मिलती है। इससे पितृदोष भी समाप्त हो जाता है।
3. पंचांग में अमावस्या की तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा स्नान और दान करने विशेष पुण्य लाभ मिलता है।
4. शास्त्रों के अनुसार अमावस्या की तिथि को पितर देवताओं की तिथि मानी जाती है। इस तिथि पर सुबह-सुबह गंगा स्नान कर पितरों को तर्पण दिया जाता है। इससे पितरों की आत्मा प्रसन्न होती है और परिवार में सुख समृद्धि बढ़ती है। अमावस्या पर गरीबों को दान दिया जाता है।