नवरात्रि और आपकी सेहत

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यदि आप गर्भवती हैं तो निःसंदेह लगातार उपवास आपके और आपकी होने वाली संतान के लिए अत्यंत घातक सिद्ध हो सकते हैं। क्योंकि गर्भवती महिलाओं को पूर्णतः संतुलित आहार नियमित रूप से लेना आवश्यक होता है।

उपवास आदि से आपके शरीर का तापमान और हार्मोंस अनियंत्रित हो सकते हैं। यदि आप संयुक्त परिवार की सदस्य हैं, या कामकाजी (व्यावसायिक या नौकरीपेशा) हैं, तो आपको नवरात्रि व्रत या उपवास तब ही करना चाहिए जिससे कि आपको कार्य करने में असुविधा न हो।

जैसे कुछ लोग नवरात्रि व्रत में रातभर माता का जागरण करते हैं। कुछ व्रत में बिना नमक, पानी के रहते हैं। ऐसे में आपको कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा और शारीरिक तथा मानसिक पीड़ा भी होगी।

नवरात्रि के दिनों में कोई भी भारी कार्य जैसे पूरे घर की साफ-सफाई, दरी-चद्दरें धोना, भारी सामान का स्थान परिवर्तन आदि तथा कढ़ाई-बुनाई जैसे बारीक कार्य भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि भारी कार्यों से भूख-प्यास के कारण बेचैनी और बारीक कार्यों से चक्कर आना, उल्टी होना, सिरदर्द करना आदि समस्याएँ हो सकती हैं।

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