मुँहासे त्वचा के दुश्मन होते हैं। पेश है मुँहासों से बचने के लिए आवश्यक परहेज: सही तरह से पकी हुई सभी दालें मुँहासों से राहत दिलाती हैं। लेकिन वे दालें नहीं खानी चाहिए जिनसे गैस या कब्ज की शिकायत होती है जैसे राजमा, सफेद चना आदि।
नॉनवेज से बचें क्योंकि उनमें पित्त प्रकृति बहुत अधिक होती है।
डेयरी प्रोडक्ट्स में हारमोनल कंटेंट अधिक होता है जो मानव के रक्त में आ जाता है इसलिए अगर आप मुँहासों को अधिक बढ़ाना नहीं चाहते, तो सभी डेयरी प्रोडक्ट्स से बचें जैसे पनीर, दही व दूध आदि।
सभी रिफाइंड फूड व कोल्डड्रिंक्स से बचें।
अचार से भी बचें, लेकिन चटनी खा सकते हैं।
वैसे पानी से बढ़कर कोई चीज नहीं है। अगर आप दिन में कम से कम दो लीटर पानी पीते हैं, तो इससे बहुत सारी पित्त बाहर निकल जाती है और मुँहासे भी साफ हो जाते हैं लेकिन खाने के तुरंत बाद पानी न पिएँ।
आयुर्वेद के अनुसार, जिस्म में अधिक पित्त होने से गुस्सा ज्यादा आता है और गुस्से से शरीर में जहरीले रसायन बनने लगते हैं जो मुँहासों के रूप में प्रकट होते हैं। इसलिए पित्त के साथ-साथ गुस्से को भी काबू में रखें।