चीकू शरीर की अशुद्धियों को दूर करता है, रंग निखारता है, जानिए आश्चर्यजनक फायदे

चीकू उन फलों में से एक है जो स्वाद में बेहतरीन होने के साथ साथ स्वास्थ्य के लिए भी बेजोड़ है। चीकू आसानी से पच जाता है। यह शरीर से अशुद्धियों को दूर करता है और इसमें पाए जाने वाले ग्लूकोज के कारण भरपूर उर्जा प्रदान करता है। 
 
चीकू में विटामिन A काफी अधिक मात्रा में पाया जाता है। विटामिन A आंखों के लिए बहुत कारगर है। इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है और उम्र बढ़ने पर आंखों में आने वाली तकलीफों से चीकू बचाव करने की क्षमता रखता है। 
 
चीकू में प्राकृतिक ग्लूकोज भरपूर होता है जिससे चीकू मिल्क शेक के उपयोग से तुरंत उर्जा मिलती है। ऐसे लोग जो अधिक शारीरिक कार्य करते हैं उनको चीकू शेक पीने की सलाह विशेषज्ञों द्वारा दी जाती है
 
चीकू को सूजन कम करने के लिए भी जाना जाता है। चीकू में टैन्निन पाया जाता है जिससे सूजन उतरने में मदद मिलती है। इसके अलावा चीकू पाचन को ठीक करने साथ पेट से जुड़ी समस्याओं से भी निजात दिलाता है। सूजन और दर्द में चीकू का उपयोग बहुत कारगर है। 
 
चीकू में मौजूद विटामिन A और विटामिन B से त्वचा की सुरक्षा होती है और रंग निखरता है। चीकू में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। यह फायबर और न्यूट्रीएंट्स से भरपूर होता है। इसके इन गुणों के कारण यह कई प्रकार के कैंसर से शरीर की सुरक्षा करता है। इसके अलावा विटामिन A फेफड़े और मुख कैंसर से बचाता है। 
 
दूध को स्वास्थ्य लाभ का खजाना समझा जाता है। इसके अलावा चीकू में भी कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन जैसे तत्व पाए जाते हैं। ये सभी तत्व हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं। चीकू और दूध के मिक्स से बना चीकू मिल्क शेक हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है। 
 
जिन लोगों में अपाचन की समस्या होती है उनके लिए चीकू शेक बहुत कारगर है। चीकू में बहुतायत में डायटरी फायबर (5.6/100g) होने से यह पाचन को सुचारू बनाता है और अपाचन की समस्या से छुटकारा दिलाता है। इसके अलावा यह कोलोन मेम्ब्रेंस को ताकतवर बनाता है जिससे शरीर की विभिन्न प्रकार के इंफेक्शन से सुरक्षा होती है। 
 
कार्बोहाइड्रेड और न्यूट्रिएंट से भरपूर चीकू गर्भावस्था के दौरान बहुत लाभदायक होता है। इसके अलावा स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भी विशेष लाभकारी होता है। इससे शरीर में कमजोरी दूर होती है और गर्भावस्था के दौरान सामने आने वाले दूसरे लक्षण जैसे चक्कर और जी मचलाने से भी बचाव होता है। 
 
चीकू में हेमोस्टेटिक (haemostatic) गुण होते हैं जिनसे शरीर से खून का रुकना बंद होता है। इस प्रकार चीकू बवासीर और चोट के कारण बहने वाले रक्त को रोकता है। चीकू के पेस्ट को कीड़ा काटने की जगह पर भी लगाया जा सकता है। 
 
चीकू में एंटीडायरिया (Anti-diarrheal) के गुण पाए जाते हैं। इसमें शरीर शोधन की भी क्षमता होती है। जिन लोगों को बवासीर और पेचिश जैसी समस्याएं हैं उन्हें चीकू के सेवन से आराम मिलता है। 
 
चीकू में त्वचा को लाभ पहुंचाने के गुण पाए जाते हैं। इसमें विटामिन E काफी अधिक होता है जिससे त्वचा का रंग निखरता है साथ ही त्वचा की नमी भी बरकरार रहती है। 
 

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