शहरों में सामान्यत: ज्यादातर डिलीवरी नॉर्मल न होकर सिजेरियन होती है, जिनकी संख्या पिछले कुछ समय में अधिक बढ़ी है। लेकिन यह डिलीवरी महिला और शिशु, दोनों के लिए हानिकारक साबित होती है। यही कारण है कि सिजेरियन डिलीवरी के बाद देखरेख की अत्यधिक आवश्यकता होती है।
3) सिजेरियन डिलीवरी से जन्म लेने वाले बच्चों का प्रतिरक्षी तंत्र कमजोर होता है, जिसके कारण वे बीमारियों का सामना अपेक्षाकृत उतनी आसानी से नहीं कर पाते, जितना नॉर्मल डिलीवरी से जन्म लेने वाले बच्चे कर लेते हैं।
इन सभी के अलावा सिजेरियन डिलीवरी में नार्मल की अपेक्षा खर्च भी बहुत होता है, जो हर किसीके लिए वहन करना आसान नहीं है। साथ ही सिजेरियन के कारण मां और बच्चों में होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं की फेहरिस्त भी लंबी है, जो लंबे समय तक परेशान करती है।