ऐसे कई लोग हैं, जो हृदय की बीमारियों का शिकार होकर अपनी जान गंवा चुके हैं। आपने कार्डियक अरेस्ट या हार्टअटैक के बारे में भी जरूर सुना होगा। कार्डियक अरेस्ट में हृदय खून का संचार करना बंद कर देता है। अधिकतर लोग इसे हार्टअटैक ही समझते हैं, लेकिन इन दोनों में अंतर होता है।
जब हार्टअटैक होता है तो ऐसे में अचानक ही हृदय की किसी मांसपेशी में खून का संचार रुक जाता है। लेकिन कार्डियक अरेस्ट में हृदय खून का संचार बंद ही कर देता है। जब हार्टअटैक होता है तो हृदय बाकी शरीर के हिस्सों में खून का संचार करते रहता है लेकिन ऐसा कार्डियक अरेस्ट में नहीं होता और इसमें सांस नहीं आती है।
चक्कर आना
इनके अलावा सांस लेने में अगर आपको किसी प्रकार का परिवर्तन या कमी का एहसास होता है, तो यह भी दिल के दौरे का लक्षण हो सकता है। जब दिल अपना काम सही तरीके से नहीं कर पाता तो फेफड़ों तक उतनी मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती जितनी कि उसे आवश्यकता होती है।