How much water should one drink: वजन बढ़ाने के लिए आपको कार्बोहाइड्रेट, फैट और प्रोटीन से भरपूर अधिक कैलोरी का सेवन करना होता है, लेकिन पानी में 0 कैलोरी होती है। फिर पानी पीने से कैसे बढ़ सकता है वजन? क्या वाकई अधिक पानी पीने से वजन बढ़ता है? आओ जानते हैं कि हमें कितना पानी पीना चाहिए।
ऐसा बढ़ता है पानी से वजन:
यदि आप किसी भी रूप में नमक का सेवन अधिक करते हैं तो शरीर ज्यादा पानी की मांग करता है।
अधिक सोडियम से शरीर में द्रव बढ़ने और एकत्र होने लगते हैं जिससे खतरा बढ़ता है।
सोडियम के बढ़ने से व्यक्ति पानी अधिक पीता है।
इस स्थिति को वॉटर रिटेंशन कहा जाता है।
ऐसे में यह अतिरिक्त पानी शरीर में जमा होने लगता है, जो वजन बढ़ता है।
यह वजन शरीर का नहीं, बल्कि पानी का होता है।
अधिक पानी पीने के नुकसान:
शरीर में बचा हुआ पानी आपके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट का बैलेंस बिगाड़ता है।
जरूरत से ज्यादा पानी किडनी को भी खराब करता है।
अधिक पानी से शरीर में तेजी से सोडियम के लेवल कम होने लगता है जिसके चलते मस्तिष्क में सूजन आ सकती है।
आवश्यकता से अधिक पानी पीने से सुबह उठते ही आंखों के नीचे सूजन और पेट में गैस की समस्या को होने लगती है।
कितना पीना चाहिए पानी?
प्यास लगे तब ही पानी पीना चाहिए और ज्यादा नमक खाने से बचना चाहिए।
24 घंटे में कम से कम 2 लीटर पानी पीना चाहिए।
पर्याप्त पानी के सेवन से इसका कुछ हिस्सा हमारी मांसपेशियों में स्टोर होता है, जिससे कि भविष्य में जरूरत होने पर शरीर में इसका प्रयोग हो सके। यह शरीर की एक नेचुरल प्रक्रिया है।
कम पानी पीने के क्या है नुकसान?
कम पानी पीने से शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है।
जब व्यक्ति बीमार पड़ता है तो यदि कम पानी पीने की आदत है तो अचानक 1-2 दिन में ही वे काफी कमजोर हो जाता है।
डिहाइड्रेशन से शरीर में थकान और कमजोरी आ जाती है।
मस्तिष्क में सूजन और आंखों के नीचे कालापन हो जाता है।
डिहाइड्रेशन की वजन से इलेक्ट्रोलाइट का बैलेंस बिगड़ता है और फिर मांसपेशियों में क्रैंप होने लगता है।
मुंह से बदबू आने लगती है, होंठ सूखने लगते हैं और स्किन ड्राई होने लगती है।
यूरिन का कलर पीला हो जाता है। इसका अर्थ यह कि बॉडी डिटॉक्स नहीं हो पा रही है।