सुनिए, लहसुन-प्याज से 'लोहा' लीजिए

सेंट्रल फूड टेक्नोलॉजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा किए गए शोधों में यह पता चला है कि लहसुन और प्याज में मौजूद कुछ यौगिकों से अनाज से आयरन और जिंक ग्रहण करने की क्षमता सात गुना अधिक बढ़ जाती है। 
 
लहसुन और प्याज सल्फर यौगिकों के मुख्य स्रोत हैं, जो कि भोजन से जिंक और आयरन को अधिक ग्रहण करने में सहायक हैं। यह वृद्धि 50 से 70 प्रतिशत होती है। यदि आप करी में लहसुन-प्याज का छोंक लगाते हैं तो वह स्वादिष्ट होने के साथ आपके लिए सेहतमंद भी होगी। 
 
लहसुन एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक है। इसमें एंटीफंगल और एंटीवायरल तत्व मौजूद होते हैं। अध्ययन के अनुसार लहसुन में पाया जाने वाला सल्फर कंपाउंड एलीसिन प्राकृतिक एंटीबायोटिक के समान कार्य करते हैं। इसके अलावा, लहसुन में कई प्रकार के विटामिन, न्यूट्रिएंट्स और मिनेरल्स होते हैं जो संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। लहसुन आंतों में होने वाले पैरासाइट्स को खत्म करता है। 
 
प्रतिदिन खाली पेट लहसुन की 2 से 3 कलियां खाई जा सकती हैं। लहसुन को विभिन्न प्रकार की डिश में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। कुछ लोग बाजार में उपलब्ध लहसुन सप्लीमेंट भी ले सकते हैं परंतु बाजार में उपलब्ध सप्लीमेंट लेने के पहले डॉक्टरी सलाह ले लेनी चाहिए।

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