हमारे आयुर्वेद, शास्त्र और सेहत से जुड़े साहित्य में स्वस्थ जीवन के लिए कई अचूक और आश्चर्यजनक सरल उपाय वर्णित हैं। आइए जानें सरल दोहों के माध्यम से सेहत के सुंदर राज ....
पानी में गुड डालिए, बीत जाए जब रात
सुबह छानकर पीजिए, अच्छे हों हालात
धनिया की पत्ती मसल, बूंद नैन में डार
दुखती अँखियां ठीक हों, पल लागे दो-चार
ऊर्जा मिलती है बहुत, पिएं गुनगुना नीर
कब्ज खतम हो पेट की, मिट जाए हर पीर
प्रातः काल पानी पिएं, घूंट-घूंट कर आप
बस दो-तीन गिलास है, हर औषधि का बाप
ठंडा पानी पियो मत, करता क्रूर प्रहार
करे हाजमे का सदा, ये तो बंटाढार
भोजन करें धरती पर, अल्थी पल्थी मार
चबा-चबा कर खाइए, वैद्य न झांकें द्वार
प्रातः काल फल रस लो, दुपहर लस्सी-छाछ
सदा रात में दूध पी, सभी रोग का नाश
प्रातः दोपहर लीजिए, जब नियमित आहार, तीस मिनट की नींद लो, रोग न आवे द्वार