दरअसल लंबे समय तक एक ही स्थान पर बैठक रहने से शारीरिक सक्रियता काफी कम हो जाती है, जिसका विपरीत असर हमारे स्वास्थ्य और शरीर के विभिन्न अंगों पर पड़ता है। साथ ही यह मोटापे को भी जन्म देने में मुख्य भूमिका निभाता है
बीएमजे ओपन नामक ई मैगजीन में प्रकाशित इस शोध में कहा गया है कि- आंकड़े बताते हैं कि अमेरिका जैसे देश में अधिक टीवी देखने अथवा बैठे रहने वाले व्यक्ति कम जीते हैं। यह निष्क्रियता उम्र घटाने का काम करती है। आंकड़ों से पता चला कि कुर्सी पर जमे रहने से होने वाली विभिन्न बीमारियों से मरने का खतरा 27 फीसदी और टेलीविजन देखने से होने वाली बीमारियों से मौत होने का खतरा 19 फीसदी अधिक होता है।
इससे पहले भी इस विषय पर कई शोध किए जा चुके हैं। पिछले शोधों से भी पता चलता है कि दफ्तरों के व्यस्त माहौल और कुर्सी पर बिताए जाने वाले समय का दुष्प्रभाव स्वास्थ्य पर पड़ता है और इसके फलस्वरूप विभिन्न बीमारियां हो सकती हैं, जिनमें रक्तचाप, हृदय रोग इत्यादि प्रमुख हैं। टेलीविजन, कंप्यूटर इत्यादि देखने में अधिक समय बिताने से भी निष्क्रियता को बढ़ावा मिलता है, जिससे इन बीमारियों के बढ़ने की संभावना रहती है।