What is Shawarma: क्या होता है ये शवर्मा, जिसे खाने से केरल में लड़की की हुई मौत

What is Shawarma : शवर्मा एक नॉन-वेज डिश है, जो मध्य पूर्वी देशों में बहुत लोकप्रिय है। इसे ज्यादातर गाय, मेमने या मुर्गी में मांस का उपयोग करके बनाया जाता है। भारत में इसे हल्दी, मिर्च और गरम मसाले से मैरीनेट किया जाता है। मांस पर मसालों को लगाकर इसे एक कोन के आकार के घूमने वाले स्टैक पर बहुत देर तक घुमाया जाता है, जिससे इसे आस-पास से आंच लगती है और इसके ऊपर की कवरिंग कुरकुरी हो जाती है। मसालेदार खाना पसंद करने वालो के लिए शवर्मा को एक लोकप्रिय स्ट्रीट फ़ूड के रूप में गिना जाता है।  
क्या है मामला 
केरल के कासरगोड में शावर्मा खाने से एक 16 वर्षीय एक लड़की की मौत हो गई, जबकि 4 स्टूडेंट बीमार हैं। रिपोर्ट्‍स के मुताबिक शिगेलॉसिस या शिगेला नामक खतरनाक बैक्टीरिया के चलते लड़की की मौत हुई है। दिसंबर 2020 में भी केरल में इस तरह के मामला सामने आया था, जब 11 वर्षीय एक बच्चे की मौत हो गई थी।

अटॉप्सी रिपोर्ट में देवनंदा नामक 16 वर्षीय लड़की की इस बैक्टीरिया से मौत की पुष्टि हुई है। लड़की का हृदय और दिमाग शिगेला बैक्टीरिया से संक्रमित हुआ था। अन्य 4 विद्यार्थियों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। दरअसल, शुक्रवार को शावर्मा खाने वाली लड़की देवनंदा की रविवार अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। 
 
उल्लेखनीय है कि केरल के कोइलैंडी में 2019 में भी यह बैक्टीरिया पाया गया था तब बेस्ट लोअर प्राइमरी स्कूल कीझेपय्यूर के 40 बच्चों को इसी तरह के लक्षणों की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 
शिगेला के लक्षण और बचाव : 
इसके प्रमुख लक्षणों में दस्त, बुखार, पेट में ऐंठन है, जो कि 7 दिनों तक रह सकते हैं। इसका उपचार एंटीबायोटिक दवाओं के माध्यम से किया जाता है। 
दूषित भोजन और पानी इसके मुख्‍य स्रोत हैं। 
मल परीक्षण के जरिए बैक्टीरिया की उपस्थिति की पुष्टि होती है। 
स्वच्छता रखकर इसके संक्रमण को रोका जा सकता है। 
इसका बैक्टीरिया संक्रमित सतह को छूने से फैल सकता है। 
इस बैक्टीरिया से सभी उम्र के व्यक्ति संक्रमित हो सकते हैं। 
Shawarma खाने से केरल में 1 लड़की की मौत, 4 स्टूडेंट बीमार, खाने में था खतरनाक Shigella बैक्टीरिया

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