हर साल 16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य है भूख से बचाना। दुनियाभर में कई सारे लोग आज भुखमरी का शिकार हो रहे हैं। हाल ही में वैश्विक भुखमरी सूचकांक 2021 जारी किया गया, जिसमें 116 देशों में से भारत 101वें पायदान पर रहा है। बता दें कि भारत साल 2020 में 94वें स्थान पर था। और अब यह 7 पायदान नीचे आ गया। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य दुनिया जहां में फैली भिखारी को हमेशा के लिए खत्म करना। इस विषय में हर साल अलग-अलग थीम तय की जाती है और उसपर साल भर काम किया जाता है। जिसमें खाद्य और कृषि संगठन (Food & Agriculture Organization) का विशेष योगदान रहता है।
विश्व खाद्य दिवस थीम 2021
जैसे कि हर साल वर्ल्ड फूड डे मनाया जाता है। साल 2021 की थीम है 'हमारे कार्य हमारा भविष्य है - बेहतर उत्पादन, बेहतर पोषण, बेहतर वातावरण, और बेहतर जीवन' थीम पर दुनियाभर में यह थीम से मनाया जाएगा।
150 देशों में होता है कार्यक्रम
जी हां, यह जानकर आश्चर्य होगा कि खाद्य और कृषि संगठन की स्थापना का जश्न करीब 150 से अधिक देशों में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसके माध्यम से अधिक से अधिक भूख से पीड़ित लोगों तक पौष्टिक आहार पहुंचे। खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता बढ़ाये और मालन्यूट्रिशन को रोका जा सके। 1979 में FAO ने वर्ल्ड फूड डे मनाने की औपचारिक घोषणा की थी।
विश्व खाद्य दिवस का इतिहास
विश्व खाद्य दिवस को मनाने की शुरुआत खाद्य और कृषि संगठन के सदस्यों ने इस दिन को मनाने की शुरुआत की थी। 1970 में 20वें महासम्मेलन में इसकी नींव रखी गई थी। खाद्य और कृषि संगठन (FAO) के सदस्य राज्यों ने इसका प्रस्ताव रखा था। वहीं संयुक्त राष्ट्र संगठन की महासभा के 5 नवंबर 1980 को इसकी पुष्टि की। सभी सदस्यों और राज्यों की सहमति के बाद 16 अक्टूबर 1981 को विश्व खाद्य दिवस घोषित किया गया। इसके बाद हर साल यह दिवस 16 अक्टूबर से मनाया जा रहा है।