दिमाग से जुड़े 8 आश्चर्यजनक तथ्‍य

हमारा दिमाग एक बहुत ही जटिल और आश्चर्यजनक मशीन से कम नहीं है। हमारे शरीर की तरह दिमाग में भी 75 फीसद पानी होता है। इस कारण से जब शरीर में पानी की कमी होती है तो हमें पूरी तरह से साफ नहीं दिखाई देता है। जब दिमाग में कोई विचार आता है तो मस्तिष्क में एक नेटवर्क बनने लगता है। एक जैसे विचार या घटनाएं फिर से उसी नेटवर्क को सक्रिय कर देती हैं।  
 

अक्सर हम देखते हैं कि जब हम किसी को उबासी लेते देखते हैं तो हमें भी उबासी आ जाती है। इसका कारण यह है कि हमारे दिमाग में कुछ ऐसी कोशिकाएं होती हैं जो कि शीशे की तरह काम करते हैं। इन्हीं कोशिकाएं के कारण हम मेलजोल बढ़ाने को प्रेरित करते हैं।

आमतौर पर हमारे दिमाग में करीब 70 हजार विचार आते हैं और बहुत सारे विचार ऐसे भी होते हैं जो कि बार-बार आते हैं।

हमारे दिमाग को दर्द का कोई अहसास नहीं होता है और सिर दर्द होने पर नसें और पेशियों में दर्द का आभास नहीं होता है। इसलिए समझ लें कि सिरदर्द के लिए आपका दिमाग जिम्मेदार नहीं है।

हमारे दिमाग में बहुत सारी रक्त वाहिनियां होती हैं। ये वाहिनियां इतनी लम्बी होती हैं कि अगर इनको एक साथ नापा जाए तो इनकी लंबाई करीब एक लाख मील तक होती है।

अगर आप तनाव में रहते हैं तो इससे आपके दिमाग की कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं। तनाव होने पर दिमाग में ऐसे हार्मोन्स बनते हैं जो कि थोड़े समय के दौरान ही दिमाग की कोशिकाओं को नष्ट कर सकते हैं।

हमारी मानसिक स्थिति का शरीर पर भी असर पड़ता है। इसलिए जब हम किसी से प्यार में पड़ जाते हैं या महिलाएं मां बनती हैं तो इस दौरान दिमाग में ऑक्सीटॉक्सिन नाम का केमिकल पैदा होता है। इससे हम किसी दूसरे व्यक्ति के साथ या माताएं अपने शिशुओं के साथ गहरा संबंध बना पाती हैं। 

दिमाग को लेकर कहा जाता है कि हम अपने दिमाग का बहुत थोड़ा सा, केवल 10 फीसदी, ही इस्तेमाल करते हैं। लेकिन यह एक वास्तविकता नहीं वरन एक भ्रांति है। हमें जानना चाहिए कि दिमाग के प्रत्येक भाग का एक सुनिश्चित काम होता है और उस काम को करने के लिए दिमाग का हर भाग इस्तेमाल किया जाता है। 

वेबदुनिया पर पढ़ें