खुशबूदार महकते माहौल से बदल जाता है व्यवहार

शोधकर्ताओं का कहना है कि सुगंध से लोगों के व्यवहार को नैतिक बनाने में मदद मिलती है। शोधकर्ताओं ने पाया है कि कार्यालयों और संगठनों में सुगंधित वातावरण में रहने वाले लोगों के आचरण और व्यवहार में सुधार देखने को मिलता है। ब्रिगहेम यंग यूनिवर्सिटी की अध्ययनकर्ता कैटी लिलजेनक्विस्ट कहती हैं कि कंपनियां अपने कर्मचारियों का व्यवहार संयत और अनुशासित रखने के लिए कई उपाय अपनाती हैं जो खर्चीले और कठोर हो सकते हैं। 

उन्होंने कहा लोगों में नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए यह बहुत साधारण और सरल तरीका है। वह कहती हैं कि बच्चों को उनके कमरे साफ करने के लिए कहकर और इस काम में उनकी मदद करके घर में भी ऐसा वातावरण बनाया जा सकता है। 
 
इस बात को प्रमाणित करने के लिए शोधकर्ताओं ने अध्ययन में शामिल प्रतिभागियों को अलग-अलग काम दिए। इनमें से कुछ लोगों को सुगंधहीन कमरों और दूसरों के सुगंधित कमरों में रहकर काम करने को कहा गया था। 

जिन लोगों ने सुगंधित वातावरण में काम किया उनमें परस्पर सहयोग और काम को अच्छे ढंग से पूरा करने की प्रवृत्ति देखी गई थी। वे अपने साथियों का विश्वास कायम रखने पर ज्यादा जोर देते थे। अध्ययनकर्ताओं द्वारा किए गए दूसरे परीक्षण से पता चला कि सुगंधित वातावरण में रहने वाले लोगों में दान देने और दूसरों की मदद की आदत अधिक होती है।

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