9 उपाय, बुद्धिमान बच्चे पैदा करने के लिए

आज इस संसार में कौन ऐसा व्यक्ति या महिला होगी जो अपने होने वाले बच्चे को चतुर और बुद्धिमान नहीं बनाना चाहेगी। लगभग प्रत्येक माता-पिता ऐसा चाहते हैं कि लेकिन किन्हीं कारणवश इससे संबंधित उपायों को नहीं अपना पाते हैं। यदि कोई देता है तो बहुत कम, लेकिन हम आपको आसान उपाय बता रहे हैं, जिनसे आप शिशु को चतुर और बुद्धिमान बनाया जा सकता है।
   
* अपने शिशु के साथ बात करें : अपने शिशु से बात करने के लिए आवश्यक नहीं है कि आप उसके जन्म लेने और उसके बाद बात करने की प्रतीक्षा करें। गर्भावस्था के दौरान भ्रूण और अजन्मे शिशु को भी संबोधित करके बात कर सकते हैं।
 

* ताजे फलों का सेवन करें : माताओं को अपनी गर्भावस्था के दौरान ताजी सब्जियों और ताजे फलों का सेवन करने में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। क्योंकि इस प्रकार के खाद्य पदार्थ न केवल वजन को नियंत्रित रखते हैं बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु की बुद्धि पर भी प्रभाव डालते हैं।

* अपने तनाव को कम करें :  हाल के एक शोध से सिद्ध हुआ है कि माता का गर्भावस्था के दौरान तनाव में रहना शिशु की बुद्धि को प्रभावित करने वाले कारकों में से एक है। गर्भावस्था में मां जब-जब तनाव में होती है तो गर्भस्थ शिशु की बुद्धि पर उसका नकारात्मक प्रभाव होता है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान माताओं को तनावपूर्ण वातावरण से दूर रहना चाहिए।

* दांतों को लेकर सावधान रहें : माताएं मुंह और दांतों की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें क्योंकि गर्भावस्था में होने वाली मुंह और दांतों की बीमारी शिशु के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है और शिशु का वजन भी कम हो जाता है। जो महिलाएं गर्भावस्था में मुंह और दांतों की सफाई का ख्याल नहीं रखतीं उन्हें आगे चलकर बच्चों को सिखाने, पढ़ाने में कठिनाई का सामना करने की संभावना से दो चार होना पड़ता है।
 

* अपने वजन को नियंत्रित रखें :  अधिकांश महिलाएं गर्भावस्था में मोटापे का अनुभव करती हैं और इस कारण से उनका वजन बढ़ जाता है। इसीलिए गर्भावस्था में महिलाओं को अपने वजन को लेकर सावधान रहना चाहिए ताकि आपका जन्म लेने वाला शिशु सामान्य वजन के साथ जन्म ले सके। गर्भावस्था में मां के वजन में वृद्धि बच्चे के वजन में कमी का कारण होती है जिससे शिशु की मानसिक क्षमताएं प्रभावित होती हैं। एक शोध से ज्ञात हुआ है कि सामान्य वजन के जन्मे बच्चे चतुर होते हैं।
 

* चीनी का सेवन करने से बचें : गर्भावस्था में अच्छा यही है कि माताएं चीनी के सेवन को न्यूनतम मात्रा में रखें। खाद्य पदार्थों में चीनी का महत्व कम और अस्वास्थ्यकर भोजन की श्रेणी में रखा गया है। यदि आप चाहती हैं कि आपका बच्चा चतुर हो तो गर्भावस्था में चीनी का सेवन कम करना महत्वपूर्ण होगा।

* ध्यानपूर्वक संगीत सुनें : संगीत शिशु के स्वास्थ्य पर चमत्कारी प्रभाव डालता है, लेकिन यह बात ध्यान में रहे कि संगीत सुनते समय हैडफोन का उपयोग न करें बल्कि शिशु को संगीत की आवाजें सुनने दें ताकि वह विभिन्न आवाजों को पहचान कर क्लासिक और सुगम संगीत का आनंद ले सके। विदित हो कि संगीत शिशु की बुद्धि पर रचनात्मक प्रभाव डालता है।

* स्वास्थ्यवर्द्धक तेल का सेवन करें : कुछ माताएं गर्भावस्था में हर प्रकार की फैट्स को मोटापे का कारण भानकर उनका सेवन नहीं करतीं हैं, जबकि यह धारणा गलत है। बल्कि बुद्धिमान शिशु के जन्म लेने के लिए आवश्यक है कि माताएं अपने आहार में स्वास्थ्यवर्द्धक तेल का सेवन करे।
 
बादाम, अखरोट और हेजलनट में लाभदायक फैट्स होता है। फैटी एसिड्स ओमेगा -3 और ओमेगा -6 जो कि मछली और समुद्री खाद्य पदार्थों में होता है, भ्रूण (अजन्मे शिशु) के मस्तिष्क के लिए लाभकारी और तंत्रिका तंत्र में सुधार करने, रक्त और प्रतिरक्षा प्रणाली में मदद करता है।
 

* कैल्शियम के सेवन में लापरवाही न करें : कैल्शियम बच्चों को चतुर तथा स्वस्थ मस्तिष्क वाला होने में मददगार माताओं के लिए एक आवश्यक अन्य खनिज है। कैल्शियम के अन्य स्रोतों के प्रावधान के अलावा, डेयरी उत्पाद भी हैं जो कैल्शियम के साथ साथ लोहा, फोलिक एसिड, विटामिन सी और फाइबर के रूप में अन्य पोषक तत्व प्रदान करते हैं, इसलिए कैल्शियम की दिमाग के लिए आपूर्ति हेतु बादाम, अंजीर, किशमिश, सैमन मछली, पालक और ब्रोकोली (इतालवी गोभी) का सेवन करें। अनाजों में चना और मसूर में कैल्शियम की अधिक मात्रा होती है।

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