उन्होंने बताया कि विदेशों में एलर्जी के बढ़ते मामलों और आर्द्रता के अधिकतम स्तर के चलते लोगों को नाक की एलर्जी संबंधी बीमारियां ज्यादा देखने को मिलती हैं। इस समय ऑस्ट्रेलिया को 1,000 और कनाडा को 800 ऐसे नेति पात्रों का निर्यात किया जा रहा हैं। (वार्ता)