रंग-बिरंगी और स्वादिष्ट बेरी केवल स्वाद और सुन्दरता में ही नहीं स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बहुत फायदेमंद है। खासकर ब्लूबेरी का ऊपरी हिस्सा बहुत फायदेमंद है। जिसके अन्दर बीमारियों से लड़ने की गजब की ताकत होती है। इसमें जो एन्टीऑक्सीडेंट पाया जाता है उसे 'एन्थोसाइनिन्स' कहते हैं। जिसमें कैंसर से लड़ने के गुण पाए जाते हैं।
ब्लूबेरी के बारे में कहा जाता है कि यह जितने गहरे रंग का होगा उतना ही अच्छा होता है। यूँ तो दूसरे फलों में भी ये एन्टीऑक्सीडेंट पाया जाता है,जैसे चेरी, लाल गोभी, आलूबुखारा भी इसके अच्छे स्त्रोत हैं। इन सब्जियों और फलों में हृदय की बीमारियों से लड़ने के गुण पाए जाते हैं। लेकिन ब्लूबेरी में उच्च स्तर का एन्टीऑक्सीडेंट पाया जाता है। खासकर इसके छिलके में पाई जाने वाला 'एन्थोसाइनिन्स' एन्टीऑक्सीडेंट बहुत लाभदायक है।
बेरी के दूसरे प्रकार बिलबेरी के अन्दरूनी भागों में यह एन्टीऑक्सीडेंट पाया जाता है, बाहरी हिस्से में नहीं। सारी बेरिस एक जैसी नहीं होती। जंगली ब्लूबेरी का छिलका मोटा होता है, उसमें गूदा कम होता है। क्योंकि इसके ऊपरी हिस्से में ही स्वास्थ्यवर्द्धक तत्व पाए जाते हैं।
बेरी का फल जितना छोटा होगा उसमें एन्थोसाइनिन्स की मात्रा उतनी ही ज्यादा होगी। बहुत बड़े बेरी अच्छे नहीं माने जाते हैं। इन बेरीस का इस्तेमाल स्वादिष्ट पैनकेक बनाने में भी किया जाता है। स्वास्थ्य से भरपूर इन बेरिस का उपयोग आप भी करें और बीमारियों को दूर रखें।