श्रीकृष्ण का यह प्रसाद जितना स्वादिष्ट होता है, उससे कई ज्यादा यह सेहत के लिए लाभकारी है। जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर पूरा देश श्रीकृष्ण की भक्ति में लीन रहता है। इस पर्व के मौके पर लोग उपवास कर भगवान श्रीकृष्ण की सच्चे मन से आराधना करते हैं। इस खास पर्व पर धनिये की पंजीरी का भी विशेष महत्व है। धनिया को शुद्ध देशी घी में सेंककर मिश्री के साथ मिलाकर बनाई जाती है। तथा इसमें मेवे की कतरन मिलाकर इसके स्वाद को बढ़ाया जाता है।
आइए जानते हैं इस जन्माष्टमी पर पंजीरी के 6 सेहत लाभ के बारे में-
1. धनिया कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, साथ ही इसकी तासीर ठंडी होने की वजह से यह पेट संबंधित परेशानियों से निजात दिलाने के लिए भी सहायक है। यह एसिडिटी व पेट फूलना जैसी समस्याओं को दूर करता है।
2. यदि यूरिन इंफेक्शन और पेट में जलन जैसी परेशानी है, तो धनिये की पंजीरी इस समस्या से राहत दिलाने में मदद करती है।
3. यदि आंखों की रोशनी कम हो रही है तो इसके लिए पंजीरी बहुत फायदेमंद है। आंखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए पंजीरी का नियमित सेवन करना फायदेमंद होता है।
4. पाचन तंत्र को मजबूत करने के लिए पंजीरी का सेवन बहुत लाभदायक सिद्ध होता है। पंजीरी पाचन को तो बेहतर करती ही है, साथ ही यदि अपच जैसी समस्या से भी राहत पहुंचाती है।
5. गठिया के मरीजों के लिए धनिये की पंजीरी बहुत लाभकारी होती है। नियमित इस पंजीरी का सेवन जल्द ही आपको गठिया से आराम दिलाने में मदद करेगा।
6. पंजीरी दिमाग में तरावट, मस्तिष्क संबंधी समस्याओं के लिए अधिक फायदेमंद है। यह दिमाग को ठंडा रख उसकी कार्यक्षमता को बढ़ाती है।