Calcium deficiency diseases: शरीर में कैल्शियम की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती है। इससे मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन और ऐंठन, चलते समय जांघों और बांहों में दर्द होना, हाथ और बांहों में सुन्नपन या झनझनाहट, थकान, अनिद्रा और सूखी त्वचा, सोसायसिस, रुखे बाल, दांतों की कमजोरी आदि कई प्रकार की समस्याएं हो जाती हैं। एक उम्र के बाद कैल्शियम की कमी होने लगती है। इसकी पूर्ति के लिए आओ जानते हैं कि कौनसे फल या फूड खा सकते हैं।
किस उम्र में कितना जरूरी है कैल्शियम:-
गर्भवती व दूध पिलाने वाली महिलाओं के लिए 1200 मिलीग्राम।
6 मास से छोटे बच्चों के लिए 400 मिलीग्राम।
6 मास से 1 वर्ष के बच्चों के लिए 600 मिलीग्राम।
1 वर्ष से 10 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए 800 मिलीग्राम।
11 वर्ष से ऊपर सभी आयु वर्ग के लिए 1200 मिलीग्राम।
किन चीजों में मिलता है कैल्शियम?
दूध, पनीर, दही, सूखी मछली, राजमा, गरी गोला, गुड़, सोयाबीन, चावल, मोटे आटे की रोटी, टमाटर, भिंडी, ब्रोकोली, दालें, पालक, काली आंखों वाले मटर और हरी मटर सहित हरी पत्तेदार सब्जियों में कैल्शियम मिलता है। इसके अलावा दलिया, लौंग, काली मिर्च, आम, जायफल, रागी, बाजरा, आंवला, मूंगफली, सिंघाड़ा, सूर्यमुखी के बीज, बादाम, अंजीर, नट, तिल, सूखे बीन्स, बीज, संतरे का रस, सीप, शंख, फलियां आदि में मिलता है कैल्शियम।
दूध एक गिलास (गाय) से 260 मिलीग्राम, दूध एक गिलास (भैंस) से 410 मिलीग्राम कैल्शियम मिलता है। कैल्शियम उचित मात्रा में खाने से हमारी बुद्धि प्रखर होती है और तर्क शक्ति भी बढ़ती है। अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए कैल्शियम का दैनिक आधार पर सेवन किया जाना चाहिए और ठीक से अवशोषित किया जाना चाहिए। अधिकांश लोग विभिन्न प्रकार के कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करके पर्याप्त कैल्शियम प्राप्त कर सकते हैं।
दही : एक कप सादे दही में 30 प्रतिशत कैल्शियम के साथ-साथ फास्फोरस, पोटेशियम, विटामिन B2 और B12 होता है, इसीलिए यदि आपको दूध नहीं पसंद तो आप दही खा सकते हैं।
बीज : अलसी, कद्दू और तिल के बीज कैल्शियम के अच्छे स्रोत होते हैं। इनमें कैल्शियम के साथ-साथ प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड भी पर्याप्त मात्रा में होता है।
बीन्स : एक कप बीन्स में 24 प्रतिशत तक कैल्शियम होता है इसीलिए बीन्स को आपनी डाइट में शामिल करने से शरीर में कैल्शियम की कमी पूरी हो जाती है।
पनीर : पनीर में भी भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है। पनीर सेवन करने से शरीर में कैल्शियम के साथ-साथ प्रोटीन की भी कमी भी पूरी हो जाती है।
बादाम : बादाम खाने से भी हड्डियां मजबूत होती है क्योंकि इसमें भी कैल्शियम पाया जाता है।
पालक : पालक में भी भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है। 100 ग्राम पालक में 99 मि.ली कैल्शियम होता है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हफ्ते में कम से कम 3 बार पालक जरूर खाएं।
सोया दूध या टोफू : अगर आपको दूध पीना पसंद नहीं है तो आप सोया दूध या टोफू को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इनका स्वाद दूध के स्वाद से काफी अलग होता है। इनमें कैल्शियम प्रचुर मात्रा में होता है।
भिंडी : एक कटोरी भिंडी में 40 ग्राम कैल्शियम होता है। भिंडी को हफ्ते में दो बार खाने से दांतों खराब नहीं होते और हड्डियां भी मजबूत होती हैं।
अंजीर और बादाम : 1 अंजीर व 2 बादाम रात में गलाएं और सुबह के समय इनका सेवन करें।