आमतौर पर तब रक्षाबंधन के मौके पर बहनें अपनी राखियाँ डाक अथवा कोरियर से भेजती थीं, लेकिन विदेशों में भेजना तो और भी दुष्कर था। ऐसे में वेबदुनिया ने विदेशों में रह रहे भाइयों के लिए न सिर्फ राखियाँ बल्कि मिठाई का पैकेट, हल्दी, कुमकुम और चावल भी नाममात्र के शुल्क पर पहुँचाया।