हिन्दी में सॉफ़्टवेयर का उद्भव

हिन्दी कंप्यूटिंग में माइक्रोसॉफ़्ट सबसे आगे रहा और उसने 1998 में वर्ड 2000 में हिन्दी को पहले सीमित स्थान दिया था। ऑफिस एक्सपी के लोकार्पण के बाद हिन्दी को पहली बार ऑपरेटिंग सिस्टम में शामिल किया गया।

विंडोज़ 2000 से हिन्दी यूनिकोड के उपयोग की सुविधा शुरू हुई। माइक्रोसॉफ़्ट का पूर्णतः हिन्दी सॉफ़्टवेयर ऑफ़िस 2003 तथा विंडोज़ एक्सपी था जिसमें लगभग पूरा इंटरफ़ेस हिन्दी था तथा वर्तनी जाँच जैसी अन्य सुविधाएँ भी मौजूद थीं।
 
माइक्रोसॉफ़्ट के इन उत्पादों के सफल होने के बाद लगभग सभी बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने अपने उत्पादों का हिन्दी में स्थानीयकरण करवाकर भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए पेश किया।
 
सर्वाधिक लोकप्रिय ऑनलाइन सेवाएँ देने वाली कंपनी गूगल के आज लगभग सभी प्रमुख उत्पाद हिन्दी में उपलब्ध हैं। इनमें भारत के सबसे लोकप्रिय स्मार्टफ़ोन प्लेटफ़ॉर्म एंड्रॉइड से लेकर जीमेल, खोज, ड्राइव, यूट्यूब, आदि शामिल हैं।
 
लोकप्रिय ईआरपी सॉफ़्टवेयर निर्माता एसएपी के हिन्दी अनुप्रयोगों द्वारा संस्थाएँ अब हिन्दी में व्यवहार कर सकती हैं। कर्मचारी अब अपनी व्यक्तिगत जानकारी को हिन्दी में अपडेट कर सकते हैं और उस पर पहुँच सकते हैं। व्यावसायिक उपयोगकर्ता विभिन्न प्रक्रियाओं का उपयोग कर सकते हैं और संगत रिपोर्ट हिन्दी में बना सकते हैं। 
 
एप्पल ने भी अपने ऑपरेटिंग सिस्टम सहित अन्य सेवाएँ कुछ समय पहले हिन्दी में प्रस्तुत कर दी हैं। इन प्रमुख कंपनियों के अलावा अन्य सभी लोकप्रिय कंपनियों के निर्माताओं ने भी हिन्दी में स्थानीयकृत उत्पाद हिन्दीप्रेमियों को ध्यान में रखते हुए प्रस्तुत किए हैं।

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