बहादुर सिंह चार वर्ष से एक सर्कस में शेरों को ट्रेनिंग दे रहे थे-
एक दिन सुबह नाश्ता करते समय किसी बात पर पत्नी से बहस हो गई-
उसने भी पति को रोका नहीं-
शाम को अचानक धुंआधार बारिश शुरू हो गई-
बहादुर सिंह का गुस्सा अभी तक ठंडा नहीं हुआ था-
रात ज़्यादा बीत गई तो घर पर पत्नी को चिंता हुई ....
मोबाइल पर कॉल किया लेकिन उस समय बहादुर सिंह गहरी नींद सो रहे थे- फोन सुना ही नहीं-
देखा बहादुर सिंह शेर के पिंजरे में खर्राटे ले रहे हैं-
पत्नी ने एक छड़ी उठाई और शेर के पिंजरे के पास गईं।उसने छड़ी को अपने पति पर चुभोते हुए कहा :