घर के खाने की याद आने लगे,
समझना बूढे हो चले।
5. बारिश हो रही हो और,
पकौड़े की जगह छाता याद आये,
8. मस्त-महफ़िल सजी हो और,
उस दौरान मशवरा देने लग जाओ,
तो समझना बूढे हो चले।
9. फूल पर गुनगुनाते भंवरे को देख,
13. घर से बाहर नहीं निकलने के बहाने बढ़ गए,
तो समझो बूढ़े हो गए।
14. इस पोस्ट को पढ़ने के बात वाह वाह करने की इच्छा नहीं है,