बरसात के दिनों में एक बार 2 मेंढ़क तालाब किनारे अपनी वार्तालाप में मशगूल थे।
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पहले मेंढक को कुछ मजाक सूझा,
उसने बोला- टर्रर्र........टर्रर्र........!
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दूसरा बोला- टर्रर्र........टर्रर्र........!
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फिर पहला बोला- फुर्रर्र....... फुर्रर्र.........!