मुजरिम

मुजरिम : जी हाँ, जज साहब। मैंने अपनी बीवी को मार दिया क्योंकि वह किसी और के साथ सोई थी।
जज : क्या उसे मारना जरूरी था?
मुजरिम : हर हफ्ते एक आदमी को मारने से तो यही बेहतर था।

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