यूं तो मृत्यु तय है सबकी, पर कुछ लोग जब जाते हैं तो असर देर तक और दूर तक रहता है। जैकी कोलिंस कैंसर की वजह से चली गई और अपने चाहने वालों के लिए छोड़ गई निराशा के अंधेरे। उनकी याद हमेशा उनकी बिंदास जीवनशैली और उनके बोल्ड उपन्यासों के कारण लेखन जगत में बनी रहेगी। जैकी कोलिंस को पढ़कर ही कई लोगों ने सेक्स को लेकर अपनी अवधारणा बदली। वे हमेशा अपने खुले विचारों के कारण विवादों में रही।
ग्लैमरस और फैशनेबल जैकी कोलिंस का जन्म 4 अक्टूबर 1937 को लंदन में हुआ था। जैकी के पिता जो कोलिंस थियेट्रीकल एजेंट थे। अभिनेत्री और लेखिका,जैकी का पूरा नाम जैक्लीन जिल कोलिंस था। जैकी की कृतियां जैकी कोलिंस प्रेसेंट्स (2004), शार्कनाडो 3: ओह हेल नो! (2005) और मिशेल जैक्सन : लाइब्रेरियन गर्ल (1989) काफी लोकप्रिय हुईं।
जैकी ने ऑस्कर लेर्मैन और वालैस ऑस्टिन से शादी की। 19 सितंबर, 2015 में उनका निधन कैलिफोर्निया के लॉस एंजेलेस में यूएसए में हो गया। एक अनुमान के अनुसार उनके पास 147 मिलियन डॉलर की सम्पत्ति थी।
जैकी जोएन कोलिंस और बिल कोलिंस की छोटी बहन थी। जैकी ने 1985 में हॉलीवुड वाइव्स नाम की किताब लिखी। इसके बाद 2004 में प्रकाशित उनकी किताब हॉलीवुड डिवोर्सीस असली जीवन पर आधारित किताब थी। रॉकस्टार (1999), लकी चांसेस (1990) और हॉलीवुड वाइव्स जैसी किताबों की लेखिका, जैकी की किताबों की 400 मिलियन से ज्यादा प्रतियां 40 से भी अधिक देशों में बिकीं।
जैकी और प्रसिद्ध साहित्यकार एन राइस का जन्म एक ही दिन 4 अक्टूबर को हुआ था। साल 1959 में, जैकी ने अपना नाम लिन कर्टिस इस वजह से रख लिया था क्योंकि उन्हें जोएन कोलिंस की बहन के तौर पर संबोधित किया जाता था। दो साल बाद, जैकी ने अपना पुराना नाम वापस अपना लिया। जैकी ने अपनी बेटी को फ्रांसिस हॉलेंड स्कूल (इंग्लैंड) में शिक्षा दिलवाई। यह वही स्कूल था जहां से जैकी को स्मोकिंग और अपनी लिखी अश्लील कविताओं की किताब बांटने के दोष में निकाल दिया गया था।
जैकी अपनी बात रखने में माहिर थीं। उन्होंने कहा था कि उनके आलोचकों ने उन्हें कभी पढ़ा ही नहीं। इसके अलावा उनके अनुसार वह एक युवा की तरह जीवन जीती हैं। उन्हें अपने किसी काम का पछतावा नहीं था।
उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था,"मैंने 5 किताबें कैंसर का पता चलने के बाद लिखीं। मैंने जिंदगी को जिया है। मैंने दुनिया के हर हिस्से को देखा है। मैंने बीमारी का पता लगने बाद भी अपने काम को रोका नहीं। किसी को पता भी नहीं चलता कि मेरी जिंदगी में क्या चल रहा है अगर मैंने खुद इस बात को सबके सामने लाने का फैसला न किया होता। मैं दूसरों की जिंदगी बचाना चाहती थी।"