अंग्रेजी, बोडो, तेलुगू, हिंदी और पंजाबी सहित सभी 23 भाषाओं में लिखी गई अधिकतर पुरस्कृत पुस्तकें सामाज और सामाजिक मुद्दों पर केंद्रित हैं।
अफसर अहमद की ‘सेई निखोंज मनुष्ठा’ बंगाली भाषा में लिखी गई है जो कि अपनी जमीन गंवाने वाले लोगों का संकट दिखाती है, वहीं असमी लेखक जयंत माधब बोरा की ‘मोरियाहोला’ विस्थापित लोगों के मुद्दों पर केंद्रित है।
पुरस्कृत कवियों में उदय नारायण सिंह (मैथिली), श्रीकांत देशमुख (मराठी), भुजंगा टुडू (संथाली), निरंजन मिश्रा (संस्कृत) और टी देवीप्रिय (तेलुगू) शामिल हैं।
पुरस्कृत लेखकों में शिव मेहता (डोगरी), गजानन जोग (कोंकणी), गायत्री सराफ (उड़िया) और मोहम्मद बेग एहसास (उर्दू) शामिल हैं। (भाषा)