स्याही काली होकर भी सच लिखने का साहस करती है: सत्यनारायण सत्तन

मंगलवार, 31 अगस्त 2021 (12:35 IST)
स्याही काली है वो कलमकारों से कहती है मैं तो काली होकर भी सच लिखने का साहस रखती हूं मगर तू ऐसा कुछ मत लिख देना जिससे तेरा मुंह काला हो जाए। उक्त प्रेरक विचार राष्ट्रकवि श्रद्धेय पंडित सत्यनारायणजी सत्तन ने राष्ट्रीय कवि संगम द्वारा आयोजित जिला स्तरीय श्रीराम काव्य पाठ प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह में कहे।
 
 
राम मंदिर निर्माण के संदर्भ में संपूर्ण देश में श्रीराम काव्य पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्व्य पाठ में श्रीराम की महिमा, उदारता, शक्ति और शील-सौंदर्य का वर्णन किया गया। यह विराट प्रतियोगिता तीन स्तरों पर हो हो रही है- जिला स्तर पर, प्रांत स्तर पर, राष्ट्रीय स्तर पर। इंदौर जिले की प्रतियोगिता का आयोजन 29 अगस्त 2021 रविवार को स्टार पब्लिक स्कूल बैंक कालोनी में हुआ।
 
राष्ट्रीय कवि संगम द्वारा स्टार पब्लिक स्कूल बैंक कालोनी में जिला स्तरीय श्रीराम काव्य पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें गौतमपुरा देपालपुर, बेटमा सहित इंदौर के 34 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में देश के विभिन्न ख्याति प्राप्त कवियों की रचनाओं का पाठ किया गया।
 
'कवि संगम' के पंकज प्रजापत के अनुसार कार्यक्रम की मुख्य आकर्षण 70 वर्षीय सरला मेहता थीं जिन्होंने हरिओम पंवार की कविता का पाठ पूरे जोश में किया तो पूरा सभागृह जय श्रीराम के जयघोष से गूंज उठा। कार्यक्रम की अध्यक्षता पंडित सत्यनारायण सत्तन ने की मुख्य अतिथि संध्या पगारे थी निर्णायक के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार श्रीगिरेन्द्र सिंह भदौरिया प्राण, गरिमा दुबे व चंदा सिसोदिया थीं।
 
 
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अमित चौहान (इन्दौर), द्वितीय मेधावी आशीष सिंह राव (गौत्तमपुरा) और तृतीय स्थान पूनम प्रजापति (इंदौर) ने प्राप्त कियाल जिन्हें शिल्ड के साथ ही प्रमाणपत्र दिए गए। बाकी सभी प्रतियो‍गितियों को प्रमाण पत्र दिए गए। स्वागत भाषण 'संगम' की जिला अध्यक्ष पुष्पा दसौंधी ने दिया। अतिथियों का स्वागत निरूपमा नागर, विनीता शर्मा, आशा मुंशी, ब्रजराज व्यास, मनीषा व्यास और आयुषी भंडारी ने किया। कार्यक्रम का संचालन करुणा प्रजापति ने संभाला।

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