हिन्दी कविता : दुल्हन तुझे बनाऊंगा

मैं तेरा चाहने वाला हूं..., दूल्हा बनके आऊंगा,
सज-धज के तू लगेगी सुंदर, दुल्हन तुझे बनाऊंगा।
गाजे होंगे बाजे होंगे, लोग दिखाएंगे नाच,
हमको तुम पर तुमको हम पर, होगा दोनों को नाज।
 
खुशियों के मंडप में बैठे-बैठे, मैं भी तुम्हें हंसाऊंगा,
सज-धज के तू लगेगी सुंदर, दुल्हन तुझे बनाऊंगा।
 
बंगला होगा गाड़ी होगी, सुंदर-सुंदर क्यारी होगी।
 
मैं कभी-कभी तुमको, सपनों की बात बताऊंगा,
सज-धज के तू लगेगी सुंदर, दुल्हन तुझे बनाऊंगा।
 
बच्चे होंगे अच्छे होंगे, मम्मी-मम्मी चिल्लाएंगे,
प्यारे पापा बैठ खाट पर, बच्चों से बतियाएंगे।
 
मैं भी तेरे साथ रहूगा आंगन में फूल खिलाऊंगा।
सज-धज के तू लगेगी सुंदर, दुल्हन तुझे बनाऊंगा।

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