दूर जाने से उन्हें याद कर लेता
और उन्हें आने लगती हिचकियाँ
कौन याद कर रहा होगा सोचकर
किसी से पूछा तो उनका एक ही जवाब
उनको गुजरे तो कई साल हो गए
आँखों में रुलाने वाला बचपन आगया
व्यस्तम जिंदगी के दो पल तो निकालना
अपने बचपन के यादों के मनन लिए
जिंदगी की रप्तार बड़ी तेज होती
बचपन का सुकून छीन ले जाती हमसे
और हमें ढूंढने पर भी नहीं मिलता
हमारा प्यारा सा बचपन और हमारे साथी