होली गीत : खेलें खूब गुलाल...

भूलें सब शिकवे गिले, भूलें सभी मलाल
होली पर हम सब मिलें, खेलें खूब गुलाल


 
खेलें खूब गुलाल रंग की हो बरसातें 
नफरत को बिसराय प्यार की दें सौगातें
 
कह गौतम कवि राय बाग में गेंदा फूले 
मन का मिटा मलाल, गिले हम सारे भूले। 
 
होली खेलन को गए लाला लालू लाल 
कालू ने उनके किए नीले पीले गाल 
 
नीले पीले गाल खिलाई भंग की गोली 
मिले मिठाई लाल मिठाई भर दी झोली 
 
सुध-बुध गए बिसराय फिरें अब करत ठिठोली 
पहुंचे थाने जाय गए थे खेलन होली।
 
- सुशील कुमार गौतम, शहडोल

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