कविता : इस होली में...

उत्तर पूर्व में बी.जे.पी हुई मज़बूत ,इस होली में। 
उजागर हुई नीरव-चौकसी की काली करतूत, इस होली में ।।
ऐसी खेली सी.बी.आई. ने लट्ठमार होली,
धुल गया पी.चिदम्बरम का पूत,इस होली में ।।1।।
 
केजरीवाल के ढीठ गुर्गों का मिटा गुमान,इस होली में। 
उपचुनाव ही लड़ने तक कांग्रेस का सिमटा अरमान,इस होली में ।।
उधर आतंकवाद की ग्रे-लिस्ट में शामिल किये जाने पर ,
बेचैन / रुआंसा है पाकिस्तान ,इस होली में ।।2 ।।
 
पी.एन.बी. के हादसे से बैंकों की विश्वसनीयता हुई धूल,इस होली में। 
गीतांजली में फँसा पैसा हुआ बेवसूल,इस होली में ।।
इस घोटाले का लांछन अमिट होगा इस सरकार पर,
सारे ज्ञानी भी कर रहे हैं कुबूल, इस होली में ।। 3 ।।

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