मैंने देखी नहीं, मां की सूरत
कहां से पाउंगा, मां का प्यार
मैंने देखी नहीं, मां की सूरत
कहां से पाउंगा, मां का प्यार
मां का आंचल, आंखों का काजल
मीठे से सपने, जैसे खो गए हों अपने
बिन मां के लगता है कोरा संसार
मैंने देखी नहीं, मां की सूरत
कहां से पाउंगा मां का प्यार
मेरी विनती सुन, दे मां का प्यार
बिन मां के कहां से पाउंगा मां का प्यार
मैंने देखी नहीं मां की सूरत
कहां से पाउंगा, मां का प्यार