पक्षी तीर्थ का क्या है रहस्य, कैलाश पर्वत से आकर कहां चले जाते हैं?

मंगलवार, 1 अगस्त 2023 (16:35 IST)
Pakshi tirth : भारतीय में यूं तो चिढ़ियाघरों में कई पक्षी विहार होंगे जहां पर हजारों पक्षियों को आप देख सकते हैं। ऐसे भी कई तालाब, सरोवार आदि हैं जहां पर आप हजारों की संख्या में दूर देश से आए प्रवासी पक्षियों के निहार सकते हैं। परंतु, हम आपको बताना चाहते हैं देश के एक ऐसे पक्षी तीर्थ के बारे में जहां पर पता नहीं कहां से पक्षी आते हैं और कहां चले जाते हैं।  
 
पक्षी तीर्थ वेदगिरि पर्वत, चेन्नई :-
 
पितरों के तीन ही पक्षी हैं :-
कौवा, हंस और गरुढ़। 
कौए को अतिथि-आगमन का सूचक और पितरों का आश्रम स्थल माना जाता है।
पक्षियों में हंस एक ऐसा पक्षी है जहां देव आत्माएं आश्रय लेती हैं। यह उन आत्माओं का ठिकाना हैं जिन्होंने अपने ‍जीवन में पुण्यकर्म किए हैं और जिन्होंने यम-नियम का पालन किया है।
भगवान गरुड़ विष्णु के वाहन हैं। भगवान गरुड़ के नाम पर ही गुरुढ़ पुराण है जिसमें श्राद्ध कर्म, स्वर्ग नरक, पितृलोक आदि का उल्लेख मिलता है। 

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