कैसे होती है विश्व युद्ध की शुरुआत, जानिए क्या हर देश का युद्ध में हिस्सा लेना है जरूरी

WD Feature Desk

सोमवार, 23 जून 2025 (17:36 IST)
How World War Happen: हाल के समय में दुनिया में जिस तरह राजनैतिक तनाव बढ़ रहा है उससे विश्व युद्द की चर्चा को बल दिया है और हर तरफ यही चिंता है कि यह विध्वंस ना हो लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि 'विश्व युद्ध' शब्द का क्या अर्थ है और यह कैसे होता है? सवाल यह भी है कि क्या दुनिया का हर देश इसमें शामिल होता है? आइए आज हम इन सभी सवालों के जवाब विस्तार से जानते हैं, साथ ही प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में शामिल प्रमुख देशों पर भी नज़र डालते हैं।

कैसे होता है विश्व युद्ध?
विश्व युद्ध कोई अचानक होने वाली घटना नहीं है। यह अक्सर कई वर्षों के तनाव, राजनीतिक खींचतान, आर्थिक प्रतिस्पर्धा और वैचारिक मतभेदों का परिणाम होता है। इसकी शुरुआत आमतौर पर किसी एक बड़े संघर्ष या घटना से होती है जो कई देशों को सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करती है।
इसके पीछे कई कारक काम करते हैं:
एक छोटे से क्षेत्रीय विवाद से शुरू होकर, यह संघर्ष धीरे-धीरे वैश्विक रूप ले लेता है, जिसमें दुनिया के कई प्रमुख देश शामिल हो जाते हैं।

क्या दुनिया का हर देश लेता है हिस्सा?
नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है कि दुनिया का हर देश विश्व युद्ध में हिस्सा लेता है। हालांकि, 'विश्व युद्ध' नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि इसमें दुनिया के कई महाद्वीपों के प्रमुख और प्रभावशाली देश शामिल होते हैं। ये देश अक्सर अपनी सैन्य, आर्थिक और राजनीतिक शक्ति के कारण वैश्विक घटनाओं पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं। कुछ देश तटस्थ रहते हैं और किसी भी पक्ष का समर्थन नहीं करते, जबकि कुछ देश युद्ध से सीधे प्रभावित होने के बावजूद सीधे तौर पर सैन्य कार्रवाई में शामिल नहीं होते। हालांकि, युद्ध के आर्थिक और सामाजिक परिणाम दुनिया के लगभग हर देश पर पड़ते हैं।

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प्रथम विश्व युद्ध में कौन से देश शामिल (1914-1918)?
प्रथम विश्व युद्ध, जिसे 'महान युद्ध' के नाम से भी जाना जाता है, 1914 से 1918 तक चला। इसमें मुख्य रूप से दो बड़े गुट शामिल थे:
मित्र राष्ट्र (Allies):
केंद्रीय शक्तियाँ (Central Powers):
 
द्वितीय विश्व युद्ध में कौन से देश शामिल (1939-1945)?
द्वितीय विश्व युद्ध, जो 1939 से 1945 तक चला, प्रथम विश्व युद्ध से भी अधिक विनाशकारी साबित हुआ। इसमें भी दो प्रमुख गुट थे:
मित्र राष्ट्र (Allies):
धुरी शक्तियाँ (Axis Powers):
इन दोनों विश्व युद्धों ने दुनिया का नक्शा बदल दिया, लाखों लोगों की जान ली और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को हमेशा के लिए प्रभावित किया। इनसे सबक लेते हुए संयुक्त राष्ट्र जैसी अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं का गठन किया गया ताकि भविष्य में ऐसे विनाशकारी संघर्षों को रोका जा सके।

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