भारतीय टीम यदि विश्वकप का स्वर्ण पदक जीतती है तो टीम के प्रत्येक सदस्य को 25 लाख रूपये के नगद पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा जबकि सहयोगी स्टाफ के सदस्यों को पांच पांच लाख रूपये मिलेंगे। भारत ने आखिरी बार 1975 में विश्व कप का खिताब जीता था। मलेशिया के कुआलालंपुर में फाइनल में उसने पाकिस्तान को हराकर प्रतिष्ठित खिताब जीता था।
हरमन ब्रिगेड अगर विश्वकप के फाइनल में हारती भी है, फिर भी हर खिलाड़ी को 15 लाख और सहयोगी स्टाफ को तीन लाख का नगद पुरस्कार दिया जायेगा जबकि कांस्य पदक की उपलब्धि पर हर खिलाड़ी 10 लाख रुपये से सम्मानित किया जाएगा, जबकि सहायक कर्मचारी दो लाख रुपये के पुरस्कार के हकदार होंगे।
हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह ने कहा “ घरेलू विश्व कप में पदक जीतना निश्चित रूप से खिलाड़ियों के लिए उनके सजे हुए करियर की सबसे अच्छी यादों में से एक होगा। हम उन्हें एफआईएच ओडिशा हॉकी पुरुष विश्व कप 2023 भुवनेश्वर-राउरकेला के लिए शुभकामनाएं देते हैं। भारतीय पुरुष हॉकी टीम देश का गौरव है और हम चाहते हैं कि वे इस खेल में सभी संभव ऊंचाइयों को छूएं। इसे हासिल करने में उनकी मदद करने और इस लक्ष्य के प्रति उन्हें और प्रेरित करने के लिए हमने टीम के लिए इस पुरस्कार की घोषणा की है। हरमनप्रीत एंड कंपनी बहुत सक्षम और प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और हमें यकीन है कि वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।”
हॉकी इंडिया ने पिछले सप्ताह विश्वकप के लिये 18 सदस्यीय टीम की घोषणा की थी। भारतीय टीम इंग्लैंड, स्पेन और वेल्स के साथ पूल डी में है। टीम 13 जनवरी को राउरकेला के बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम में स्पेन के खिलाफ अपने अभियान का आगाज करेगी जिसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ उनका दूसरा मैच होगा। वे वेल्स के खिलाफ अपने तीसरे पूल मैच के लिए भुवनेश्वर जाएंगे।