होली के रंग और आप....

- राजश्री
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फागुन के आते ही सभी के मन में होली के रंगों को लेकर एक तरंग-सी उठती है। होली का डांडा गड़ने से लेकर रंगपंचमी तक रंगों का खुमार बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्गों के दिलो-दिमाग पर छाया रहता है।

हर साल होली का त्योहार आता है, लेकिन फिर भी उसका अपना एक खास महत्व है। होली का त्योहार ऐसा है जिसे शायद ही कोई नापसंद करता हो। होली खेलने में युवकों के साथ-साथ युवतियाँ भी पीछे नहीं रहती हैं।

मेरएक अच्छे करीबी हैं। उनके तीनों बच्चों को होली खेलने का बहुत शौक है। खासतौर पर होली के दिन भजिए और श्रीखंड खाना उनकी सबसे पहली पसंद है। होली हो और भजिए-श्रीखंड ना बने ऐसा तो शायद ही उनके परिवार में होता हो।

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उनका 13 साल का बेटा छुटपन से होली खेलने का बड़ा शौकीन है। होली के दिन उसके घरवाले उसे कितने ही बंधन में बाँधना चाहें, वह रुकता ही नहीं है। इसी तरह उनकी बड़ी बिटिया को भी होली खेलने का बहुत शौक है। अभी-अभी उसकी परीक्षा शुरू हुई है लेकिन उसका कहना है कि चाहे जो भी हो, चाहे अगले दिन परीक्षा ही क्यों न हो वह होली जरूर खेलेगी।

तो देखा आपने....ऐसे बहुत लोग है जिन्हें होली खेलने में बहुत मजा आता है। लेकिन क्या सिर्फ होली खेलना ही पर्याप्त है। नहीं... होली के रंगों के साथ-साथ शरीर की देखभाल भी होली का महत्वपूर्ण पहलू है, जिसे हम नजरअंदाज नहीं कर सकते। अगर हम होली का भी मजा लें और त्वचा का भी ध्यान रखें। तो फिर होली खेलने में तो और भी मजा आएगा ना...

तो आइए हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे टिप्स जो आपकी होली को और मजेदार बना देंगे। क्योंकि फिर आपको रंगों से खेलते समय त्वचा की इतनी चिंता नहीं रहेगी। आइए देखें क्या तैयारी करना है...

* सर्वप्रथम होली खेलने से पूर्व आप अपने शरीर पर यानी खासतौर पर हाथ-पैर, चेहरे और अधिक मात्रा में बालों में खोपरे या सरसों का तेल लगा लें।
  होली का डांडा गड़ने से लेकर रंगपंचमी तक रंगों का खुमार बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्गों के दिलो-दिमाग पर छाया रहता है। हर साल होली का त्योहार आता है, लेकिन फिर भी उसका अपना एक खास महत्व है। होली का त्योहार ऐसा है जिसे शायद ही कोई नापसंद करता हो।      


* अगर आपको तेल लगाना अच्छा नहीं लगता है तो कोई लोशन लगा लें। इसके उपयोग के बाद आप जितना भी रंग लगाना चाहें कोई फर्क नहीं पड़ेगा। आपकी त्वचा पर पक्का रंग नहीं चढ़ पाएगा।

* होली खेलते समय अपने आँखों के आस-पास और पलकों पर भी तेल लगा लें। इससे आपको आँखों को रंगों से बचाव करने में मदद मिलेगी।

* अगर सूखा रंग आपकी आँखों में चला गया है तो आँखों को साफ पानी से धोएँ। बार-बार धोने पर आँखों में कोई परेशानी नहीं होगी। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आप आँखों को मसले नहीं, इससे आँखों में जलन होगी। साथ ही आँखों के खराब होने का भी डर रहेगा।

* रंग खेलने के थोड़ी देर बाद आँखों में गुलाब जल डाल कर आराम कर लें। इससे आपकी आँखें ठीक हो जाएँगी।

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आपका होली खेलने का कार्यक्रम पूरा हो गया है और अब आप नहाने की तैयारी में हैं तो हमारे द्वारा बताई जा रही कुछ बातों को आप जरूर ध्यान रखें...

* नहाने से एकाध घंटा पूर्व आप मुलतानी मिट्टी को भिगो दें। नहाते समय रंगी त्वचा पर भिगोई हुई मुलतानी मिट्टी लगाएँ और थोड़ी देर सूखने दें। तत्पश्चात उसे धोएँ। यह शरीर का रंग छुड़ाने में काफी हद तक मदद करेगा।

* बेसन, मीठा तेल और मलाई- इन तीनों को जरूरत के अनुसार लेकर हल्का सा पानी मिलाकर इसका गाढ़ा पेस्ट तैयार कर लें। इसे चेहरे और हाथ-पाँव पर लगाएँ और सूखने के बाद हाथ से मसलकर निकाल दें। इससे आपकी त्वचा पर लगा रंग उतर जाएगा।

* या फिर दो चम्मच नीबू के रस में आधी कटोरी दही मिलाकर रंगवाले हिस्सों में लगाएँ और ताजे या गरम पानी से नहा लें। इससे भी आपका रंग जरूर उतर जाएगा।

* अगर शरीर पर काफी गाढ़ा रंग चढ़ गया है और उतरने का नाम ही नहीं ले रहा है तो आप केरोसिन में एक कपड़ा भिगोकर कलर वाले स्थान पर हल्के हाथ से मसलें। इससे आपके शरीर पर लगा रंग जल्द ही छू मंतर हो जाएगा।

* नहाने के बाद शरीर पर क्रीम लगाना न भूलें।

अगर आप होली खेलने से पहले ही हमारे द्वारा बताए गए टिप्स को अपना लेते हैं तो किसी भी प्रकार के रंगों का कोई प्रभाव आपके शरीर पर नहीं रहेगा। और आप सही मायने में होली के त्योहार का लुफ्त उठा पाएँगे।