* छत्तीसगढ़ की रंगपंचमी :
देश भर में वैसे तो बरसाने की लट्ठमार होली प्रसिद्ध है, लेकिन जांजगीर से 45 किलोमीटर दूर पंतोरा गांव में प्रति वर्ष धूल पंचमी यानी रंगपंचमी के दिन कुंआरी कन्याएं गांव में घूम-घूम कर पुरुषों पर लाठियां बरसाती हैं। इस मौके पर गांव से गुजरने वाले हर पुरुष को लाठियों की मार झेलनी पड़ती है, चाहे वह कोई भी हो, फिर वह सरकारी कर्मचारी हो या पुलिस। करीब 300 वर्षों से अधिक समय से जारी यहां की लट्ठमार होली अब यहां की परंपरा बन गई हैं।