Diwali Decoration DIY: दिवाली पर आप रंगोली तो बनाते ही हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में इस दि सुंदर मांडना यानी की परंपरागत अल्पना बनाते हैं जो कि बहुत ही सुंदर होते हैं। कहते हैं कि मांडनों को श्री और समृद्धि का प्रतीक माना गया है। माना जाता है कि जिसके घर में इसका सुंदर अंकन होता रहता है, वहां लक्ष्मी स्थाई रूप से निवास करती है। घर में हमेशा सकारात्मकता और प्रसन्नता बनी रहती है।
मांडना के प्रकार :- 1.स्थान आधारित, 2.पर्व आधारित, 3.तिथि आधारित और 4.वर्षपर्यंत आधारित अंकित किए जाने वाले आदि मांडना के प्रकार हैं।
क्या बनाते हैं मांडना में :-
मांडना में चौक, चौपड़, संजा, श्रवण कुमार, नागों का जोड़ा, डमरू, जलेबी, फेणी, चंग, मेहंदी, केल, बहू पसारो, बेल, दसेरो, सातिया (स्वस्तिक), पगल्या, शकरपारा, सूरज, केरी, पान, कुंड, बीजणी (पंखे), पंच कारेल, चंवर छत्र, दीपक, हटड़ी, रथ, बैलगाड़ी, मोर, फूल व अन्य पशु-पक्षी आदि बनाए जाते हैं। मांडने की पारंपरिक आकृतियों में ज्यॉमितीय एवं पुष्प आकृतियों के साथ ही त्रिभुज, चतुर्भुज, वृत्त, कमल, शंख, घंटी, स्वस्तिक, शतरंज पट का आधार, कई सीधी रेखाएं, तरंग की आकृतियां आदि भी बनाई जाती हैं।