अमावस्या की अँधेरी रात में दीये की जगमगाती रोशनी से चारों तरफ उजियारा छा जाता है। अँधेरे को चीरते इन खूबसूरत दीयों के बगैर दीपावली का त्योहार अधूरा सा है।
दीपावली का त्योहार आते ही बाजार दुल्हनों की तरह सज जाते हैं। घर की साज-सज्जा के कई सामान आम व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
बाजारों में हर बार की तरह लुक-झुक करती लाइटों व दीयों की जमकर खरीददारी होती है। पहले तो दीपावली पर पारंपरिक मिट्टी के दीये ही लगाए जाते थे परंतु अब बदलते समय के साथ फैशनेबल दीयों का चलन आ गया हैं।
* क्या है नया बाजार में :- दीयों का उपयोग दीपावली पर घरों को रोशन करने के लिए भी किया जाता हैं और उपहार में देने के लिए भी। बाजार में रंग-बिरंगे सुंदर दीयों के कई सेट्स गिफ्ट पैक में आपको आसानी से मिल जाएँगे।
दीपावली के लिए इस वर्ष विशेष तौर पर टेराकोटा के बने जादुई दीये आए हैं, जो दस घंटे तक लगातार जल सकते हैं। इसके अलावा मोम के सुंदर दीये, इलेक्ट्रानिक दिये, बैटरी से घूमने वाले दीये आदि बाजार की शोभा बढ़ा रहे हैं।
* वाजिब हैं दाम :- दीपावली एक ऐसा त्योहार है जो हर घर में खुशियाँ लाता है। इस त्योहार पर हर कोई अपने घर को रोशन कर सकता है।
दीपावली के दीये 5 रुपए से लेकर 500 रुपए तक के दाम में उपलब्ध हैं। आसानी से हर मध्यमवर्गीय परिवार इन दीयों से अपने घर को सजा सकता है।
तो क्यों न हम सब भी इस दीपावली पर दीयों से अपने घर को रोशन कर माँ लक्ष्मी की आराधना करें।