जी हां, विशेषज्ञों का कहना है कि जरूरत से ज्यादा काम आपको नपुंसक बना सकता है। मेडिकल एजुकेशन की डायरेक्टर डॉक्टर एस गीतालक्ष्मी ने रविवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि जरूरत से ज्यादा काम शारीरिक असंतुलन को जन्म देता है, और इसका नतीजा नपुंसकता के रूप में सामने आ सकता है।
वह कहती हैं कि 'जैसे ही किसी का शिक्षा का स्तर ऊपर बढ़ता है उसकी महत्वाकांक्षाएं भी बढ़ जाती हैं। वह अपना ज्यादा से ज्यादा समय अपने काम पर खर्च करता है। जो कि शारीरिक असंतुलन को जन्म देता है, और नतीजतन नपुंसकता का कारण बनता है।'
उन्होंने बताया कि सामान्यतया 70 फीसदी नपुंसकता की समस्या का इलाज हो जाता है, लेकिन बाकी 30 फीसदी मामले गंभीर हो जाते हैं, और उनके लिए विशेष प्रयास की जरूरत होती है।