क्या खतरे में है मीडिया की निष्पक्षता? 2025 में क्या है वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे की थीम, जानिए विस्तार से

WD Feature Desk

गुरुवार, 1 मई 2025 (16:59 IST)
World Press Freedom Day 2025 Theme Significance : हर साल 3 मई को ‘विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस’ (World Press Freedom Day) मनाया जाता है। यह दिन न केवल पत्रकारों की स्वतंत्रता और उनके अधिकारों की रक्षा की याद दिलाता है, बल्कि यह मीडिया के मूलभूत सिद्धांतों की पुनः पुष्टि करने का एक अवसर भी है। एक स्वतंत्र प्रेस किसी भी लोकतंत्र की आत्मा होता है, और जब यह स्वतंत्रता खतरे में होती है, तो पूरी लोकतांत्रिक व्यवस्था कमजोर हो जाती है।
 
2025 में यह दिन और भी खास है क्योंकि इस बार की थीम सीधे भविष्य की पत्रकारिता से जुड़ी है – "Reporting in the Brave New World – The Impact of Artificial Intelligence on Press Freedom and the Media", यानी "बहादुर नई दुनिया में रिपोर्टिंग - प्रेस स्वतंत्रता और मीडिया पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता का प्रभाव"। आइए इसे विस्तार स समझते हैं...
 
थीम 2025: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस – वरदान या चुनौती?
AI यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता आज मीडिया की दुनिया में क्रांतिकारी बदलाव ला रही है। समाचार लेखन से लेकर वीडियो संपादन, ऑडियो ट्रांसक्रिप्शन, डाटा एनालिसिस और भाषाओं के बीच अनुवाद – सब कुछ AI की मदद से पहले से अधिक कुशल, तेज़ और विस्तारशील हो गया है।
 
AI के लाभ:
लेकिन हर तकनीकी क्रांति की तरह AI के साथ भी जोखिम हैं जो पत्रकारिता की स्वतंत्रता को प्रभावित कर सकते हैं, जैसे 
इसलिए इस बार की थीम का उद्देश्य है: AI के इन दोनों पहलुओं की गंभीरता से चर्चा करना और यह सुनिश्चित करना कि यह तकनीक लोकतंत्र और प्रेस की स्वतंत्रता को कमजोर करने की बजाय, उसे सशक्त बनाए।
 
यह दिन क्यों मनाया जाता है?
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की शुरुआत 1993 में यूनेस्को द्वारा की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य है:
इस दिन की प्रेरणा ‘विंडहोक डिक्लेरेशन’ से आई थी, जिसे 1991 में नामीबिया में अपनाया गया था और जिसमें एक स्वतंत्र और विविधतापूर्ण प्रेस की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
 
AI और मीडिया का वर्तमान परिदृश्य
2025 में जब हम प्रेस की स्वतंत्रता की बात करते हैं, तो तकनीक के साथ इसका गहरा जुड़ाव दिखता है। आज का पत्रकार न केवल कलम और कैमरे से लैस है, बल्कि उसके पास AI आधारित टूल्स भी हैं जो उसके काम को नई ऊंचाइयों पर ले जाते हैं।
 
परंतु जब AI के जरिए ऑटोमेटेड न्यूज जनरेशन होता है, तब यह सवाल उठता है – क्या यह स्वतंत्र पत्रकारिता है या कोड से संचालित सूचना? क्या हर बार सच दिखाया जा रहा है या AI एल्गोरिद्म के अनुसार तैयार की गई 'सुविधाजनक सच्चाई' पेश की जा रही है?
 
इन मुद्दों पर विश्व स्तर पर विमर्श आवश्यक है, ताकि तकनीक लोकतंत्र की रीढ़ – पत्रकारिता – को कमजोर न करे।
 
इस साल का वैश्विक आयोजन: संवाद और समाधान की ओर
यूनेस्को द्वारा आयोजित 2025 के विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विभिन्न देशों के पत्रकार, नीति निर्माता, मीडिया पेशेवर, और नागरिक समाज के प्रतिनिधि एकत्र होंगे। इस वर्ष का आयोजन इस विषय पर केंद्रित रहेगा:
 
AI का उपयोग किस प्रकार पत्रकारिता को बेहतर बना सकता है और किस प्रकार इसके अनियंत्रित प्रयोग से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को खतरा हो सकता है।
 
इस चर्चा में विशेष रूप से यह बिंदु शामिल होंगे :

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