मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2023) के शुभ अवसर पर खिचड़ी दान करने तथा इस दिन खिचड़ी (khichdi) खाने का रिवाज हैं। भारतीय भोजन में खिचड़ी को एक पौष्टिक आहार के रूप में माना जाता है। खिचड़ी सिर्फ रोगियों का खाना नहीं है, बल्कि यह तो आपके सेहत के लिहाज से लाजवाब है।
तो आइए इस मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर बनाएं ये 5 तरह की खिचड़ी, खुद भी खाएं, परिवार वालों को भी खिलाएं, दान करें तथा पुण्य भी कमाएं।
सामग्री : एक कटोरी चावल, आधा कटोरी मूंग की छिलके वाली दाल, एक आलू, 2 हरी मिर्च, एक शिमला मिर्च (बारीक कटी), पाव कटोरी मटर, हींग-जीरा-राई व हल्दी छौंक के लिए, 1 अदरक का टुकड़ा, आधा चम्मच, काली मिर्च व लौंग पावडर, घी, नमक व मिर्च स्वादानुसार।
विधि : सर्वप्रथम दाल व चावल को अलग-अलग कुछ देर पानी में भिगो दें। अदरक को पीस लें। अब कुकर में घी गरम करके राई-जीरा, हींग, हल्दी व किसा अदरक डालकर भूनें। फिर सारी कटी सब्जी डाल कर मिलाएं।
अब दाल-चावल डालकर कुछ देर भूनें। अब 3 कटोरी पानी व नमक-मिर्च डालकर कुकर बंद कर दें। एक सीटी लेने के पश्चात गैस बंद कर दें। परोसते समय काली मिर्च पावडर बुरकें। हरा धनिया डालें और गरगा-गरम स्वादिष्ट वेजिटेबल खिचड़ी नींबू के साथ सर्व करें।
2. शाही मीठी खिचड़ी-Shahi mithi khichadi
सामग्री : 250 ग्राम बासमती चावल, 100 ग्राम मूंग की छिलके वाली दाल, 8-10 काजू, 8-10 किशमिश, थोड़ी-सी दालचीनी, 3-4 लौंग, गुड़ स्वादानुसार एवं 2 चम्मच घी।
विधि : चावल को धोकर कुछ देर के लिए भिगो कर रख दें। अब मूंग दाल को भी धो लें। तत्पश्चात एक कुकर में घी गरम करके उसमें दाल डालकर कुछ देर तक चलाएं। अब उसमें चावल डालें। अब आवश्यकता से थोड़ा कम पानी डालकर दोनों को पका लें।
एक कड़ाही में आवश्यकतानुसार गुड़ लेकर उसमें छोटा आधा गिलास पानी डालें और उसे उबाल लें। अब पक रहे चावल-दाल में गुड़ का पानी डालें। अच्छी तरह एक जैसा पक जाने पर ऊपर से काजू-किशमिश, लौंग और इलायची डालकर अच्छी तरह मिलाएं और कुछ देर और पका लें। अब गरमा-गरम शाही मीठी खिचड़ी ऊपर से घी डालकर कढ़ी के साथ सर्व करें।
विधि : चावल व मूंग मोगर को साफ करके 3-4 पानी से अच्छी तरह धोकर बनाने के आधे घंटे पूर्व तैयार कर लें। अब प्रेशर कुकर में दाल-चावल और आवश्यकतानुसार पानी डालें तथा नमक डालकर कुकर को बंद करके दो सिटी ले लें।
कुकर ठंडा होने के पश्चात एक कटोरी में घी गरम करके जीरे का बघार लगाकर ऊपर से कटी हरी मिर्च और मीठा नीम डालकर तैयार खिचड़ी में बघार डालकर अच्छी तरह मिक्स कर लें। अब तैयार स्पाइसी नमकीन खिचड़ी को खुद भी खाएं और घर आए मेहमानों को भी खिलाएं।
4. कर्ड खिचड़ी-Dahi Khichdi
सामग्री : 1 कप पके हुए चावल, 2 कप दही, 2 चम्मच तेल, एक चौथाई कप दूध, कटा हुआ हरा धनिया, 1 से 2 हरी मिर्च, 1 चम्मच चने की दाल, 1 चम्मच उड़द की दाल, 1 चम्मच राई, डेढ़ चम्मच किसा हुआ अदरक, 2 चम्मच सूखा नारियल, आधा चम्मच नमक।
विधि : तेल गरम करें और उसमें राई डालें। जब राई तड़कने लगे तो उसमें चने और उड़द की दाल डाल दें। एक मिनट बाद उसमें अदरक, धनिया और हरी मिर्च डालें और एक मिनट तक हिलाते रहें। अब इसे गैस से उतार लें और इसमें चावल, नमक और नारियल मिलाएं। इस मिश्रण को दही और दूध में मिलाकर परोसें।
5. बंगाली खिचड़ी विथ मटर-गोभी-bengali style khichdi
सामग्री : 250 ग्राम बासमती चावल, 100 ग्राम मूंग की दाल, एक फूल गोभी (छोटे साइज में), 100 ग्राम मटर दाना, 2 मध्यम आकार के आलू।
मसाला सामग्री (खिचड़ी के लिए) : 1 टुकड़ा अदरक, 2 हरी मिर्च, आधा चम्मच हल्दी, थोड़ी-सी शक्कर, 2 खड़ी लाल मिर्च, आधा चम्मच जीरा, चुटकीभर हींग, 1 चम्मच सफेद तिल, 1 टुकड़ा दालचीनी, तेजपान के पत्ते 2, 3 लौंग, 2 छोटी इलायची, एक बड़ा चम्मच देशी घी, स्वादानुसार नमक, घी में तले हुए कुछेक काजू के टुकड़ें, हरा धनिया।
विधि : सबसे पहले चावल दो-तीन बार पानी बदल कर हाथ से मसलकर धो लें। अब आलू को छीलकर लंबे टुकड़ों में काट लें। फूल गोभी को भी बड़े-बड़े टुकड़ों में काट कर रख लें। अदरक कद्दूकस कर लें और हरी मिर्च काटकर रख लें।
अब एक कड़ाही में मूंग की दाल को धीमी आंच पर गुलाबी होने तक भून लें। भूनते समय घी न डालें। अब इसमें घी, खड़ी लाल मिर्च, जीरा एवं हींग को छोड़कर बाकी सारी सामग्री और धुले हुए चावल मिलाकर आधा लीटर गरम पानी में धीमी आंच पर पका लें। (पानी अपनी जरूरत के अनुसार कम-ज्यादा कर सकते हैं) ध्यान रहें कि इसे ढंककर पकाएं।
इस दौरान बीच-बीच में चलाती रहे। पूरी तरह पक जाए तो समझ लीजिए की आपकी खिचड़ी तैयार हैं। इसे परोसने से पहले एक अलग बर्तन में घी गर्म करके खड़ी लाल मिर्च, जीरा, सफेद तिल और हींग का छौंक लगाकर खिचड़ी में ऊपर से डाल दें। अच्छी तरह मिलाएं और हरा धनिया और काजू के टुकड़ें बुरकाएं तथा बंगाली स्टाइल में तैयार की गई भूनी खिचड़ी या लाजवाब बंगाली मटर-गोभी की खिचड़ी गरमा-गरम पेश करें।
सेहत फायदे-khichdi health benefits
1. पाचन क्षमता कमजोर होने पर भी यह आहार आसानी से पच जाता है और पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है, इसलिए बीमारी में मरीजों को इसे खिलाया जाता है, क्यों उस वक्त पाचन शक्ति कमजोर होती है।
2. जब खाना बनाने का समय और मूड न हो, ऐसे में खिचड़ी एक आसान तरीका है, जो जल्दी बन जाती है और स्वादिष्ट भी होती है। इसमें आप विभिन्न दाल, मूंगफली और अन्य सामग्री के साथ बनाकर नयापन भी ला सकते हैं।
3. दाल, चावल, सब्जियों और मसालों से तैयार की गई खिचड़ी (khichdi) काफी स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर होती है, जो शरीर को ऊर्जा और पोषण देती है। इसके माध्यम से एक साथ सभी पोषक तत्व प्राप्त किए जा सकते हैं।
4. खिचड़ी, घी, दही, नीबू या अचार के साथ अलग-अलग फायदे भी देती है, जैसे घी डालकर खाने से शक्ति भी मिलती है और प्राकृतिक चिकनाई भी, दही के साथ यह कई गुना फायदेमंद होती है और नीबू से विटामिन सी के साथ अन्य फायदे देती है।
5. महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान अक्सर कब्ज या अपच की स्थिति बनती है, ऐसे में खिचड़ी खाना फायदेमंद होता है और आरामदायक भी। इसे खाने के बाद पेट में अतिरिक्त भारीपन नहीं लगता और जल्दी पाचन भी हो जाता है।