क्या है आइस स्तूप प्रोजेक्ट: आइस स्तूप एक कृत्रिम ग्लेशियर है, जिसे शंक्वाकार (cone-shaped) या स्तूप के आकार में बनाया जाता है। यह आकार इसलिए चुना गया है क्योंकि यह सूर्य की रोशनी को कम से कम अवशोषित करता है, जिससे बर्फ लंबे समय तक पिघलने से बची रहती है। इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य सर्दियों के दौरान बहने वाले नदी के पानी को बर्फ के रूप में संग्रहित करना और गर्मियों में, जब पानी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, उसे धीरे-धीरे पिघलाकर उपलब्ध कराना है। लद्दाख की शुष्क और ठंडी जलवायु में पानी की कमी एक गंभीर समस्या है। सर्दियों में भरपूर बर्फबारी होती है, लेकिन यह बर्फ मार्च-अप्रैल तक पिघल जाती है, जब किसानों को अपनी फसलों के लिए सबसे ज्यादा पानी की जरूरत होती है।